PM Modi flags off four new One Day India trains: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बनारस रेलवे स्टेशन से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये ट्रेनें (वंदे भारत और नमो भारत) न केवल ऐतिहासिक शहरों को जोड़ती हैं, बल्कि विकास को भी गति देती हैं।
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अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पीएम मोदी ने कहा, “इन चार नई ट्रेनों के साथ, अब देश में 160 से ज़्यादा वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। मैं काशी और पूरे देश के लोगों को बधाई देता हूँ। वंदे भारत और नमो भारत भारतीय रेलवे की नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं।” उन्होंने कहा, “भारत में सदियों से तीर्थयात्राएँ देश की अंतरात्मा को जगाने का माध्यम रही हैं। ये तीर्थयात्राएँ केवल देवी-देवताओं के दर्शन के लिए नहीं होतीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिकता की आत्मा से जुड़ती हैं। हमारे तीर्थस्थल आस्था और ऊर्जा के केंद्र हैं। ये ट्रेनें न केवल ऐतिहासिक शहरों को जोड़ती हैं, बल्कि विकास को भी गति देती हैं।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “पिछले 11 वर्षों में उत्तर प्रदेश में हुए विकास कार्यों ने अर्थव्यवस्था को मज़बूत किया है। पिछले वर्ष 11 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए और 6 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए – इन यात्राओं ने राज्य की अर्थव्यवस्था में हज़ारों करोड़ का योगदान दिया है।” उन्होंने कहा, “हम वाराणसी आने वाले, घूमने आने वाले और यहाँ रहने वाले हर व्यक्ति के लिए इसे एक खास अनुभव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लगभग 10-11 साल पहले, गंभीर बीमारियों के लिए बीएचयू ही एकमात्र विकल्प था, और मरीज़ों की संख्या इतनी ज़्यादा थी कि रात भर कतारों में खड़े रहने के बाद भी कई लोगों को इलाज नहीं मिल पाता था। कुछ लोगों को तो इलाज के लिए दिल्ली या मुंबई जाने के लिए अपनी ज़मीन बेचनी पड़ी थी।”
इससे पहले पीएम मोदी ने चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद बनारस रेलवे स्टेशन पर बच्चों और यात्रियों से बातचीत की। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने चार ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, जिनमें से तीन वर्चुअल माध्यम से रवाना की गईं। नए रूटों में बनारस-खजुराहो, लखनऊ जंक्शन-सहारनपुर, फिरोजपुर कैंट-दिल्ली और बेंगलुरु-एर्नाकुलम शामिल हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ये सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनें प्रमुख स्टेशनों के बीच यात्रा के समय को काफी कम करेंगी, क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देंगी और देश भर में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी।