Sonia Gandhi on Women’s Reservation Bill in Parliament: संसद के विशेष सत्र में बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (Women’s Reservation Bill) पर चर्चा जारी है। चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने बिल के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि यह मेरी जिंदगी का मार्मिक समय है। पहली बार निकाय चुनाव में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने वाला बिल मेरे जीवनसाथी राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) ही लाए थे। आज उसी का नतीजा है, कि देशभर के स्थानीय निकायों के जरिए हमारे पास 15 लाख चुनी हुईं महिला नेता हैं।
पढ़ें :- Parliament Winter Session Date: संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से होगा शुरू; केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने दी जानकारी
सोनिया गांधी ने आगे कहा, ‘राजीव गांधी का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है, इस बिल के पास होने के साथ ही वह पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती हैं। हमें इस बिल के पास होने की खुशी हैं, लेकिन एक चिंता भी है। उन्होंने कहा, ‘मैं सवाल पूछना चाहती हूं कि पिछले 13 साल से महिलाएं राजनीतिक जिम्मेदारी (Political Responsibility) का इंतजार कर रही हैं। अभी उनसे और इंतजार करने के लिए किया जा रहा है। 2 साल, 4 साल, 6 साल कितने साल का ये इंतजार हो।’
कांग्रेस सांसद (Congress MP) ने कहा, ‘हमारी मांग है कि ये बिल तुरंत पास किया जाए। लेकिन जातिगत जनगणना (Caste Census) कराकर एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण की व्यवस्था की जाए. सरकार को इसे पूरा करने के लिए जो कदम उठाने की जरूरत है, उसे उठाने चाहिए। इस बिल में देरी नहीं करना महिलाओं के लिए अन्याय होगा।’
इससे पहले संसद में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Union Law Minister Arjun Ram Meghwal) ने कहा, ‘महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महिला आरक्षण बिल अहम है। इस बिल से महिलाओं की प्रतिष्ठा बढ़ेगी. ये संविधान संशोधन बिल है। महिलाओं को समानता का अधिकार है। 2010 में राज्यसभा में ये बिल पास हुआ था, तब बीजेपी ने समर्थन किया था।