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मनीष गुप्ता हत्याकांड में खुलासा: होटल मालिक बोले- इंस्पेक्टर जेएन सिंह सब जानते हैं, पुलिसवालों ने घसीटते हुए उतारा था मनीष को…

By आराधना शर्मा 
Updated Date

गोरखपुर: प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता (Manish Gupta) को को जिस होटल में पुलिस वालों ने पीट- पीटकर मार डाला, उस होटल के मालिक ने भी पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। होटल मालिक सुभाष शुक्‍ला (Subhash Shukla) ने कहा है कि खून से सने लाल तौलिया के बारे में उन्‍हें भी बाद में पता चला है। जेएन सिंह किस तरह के आदमी हैं, ये मुझसे मत पूछिए, आप सभी लोग जानते हैं।

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उन्होंने कहा कि इस मामले में वह कुछ नहीं बता सकते कि मनीष  (Manish Gupta) की मौत कैसे हुई? घटना के बाद सुबह ही पुलिस सीसीटीवी के डीवीआर उठा ले गई। इसके पहले सीसीटीवी (CCTV) में देखा कि उसमें दो पुलिसवाले और होटल के दो स्‍टाफ मनीष को उठाकर अस्‍पताल ले जा रहे हैं। होटल पहुंचकर इंस्पेक्टर बोले- सबसे पहले 512 नंबर रूम चेक करना है।

सुभाष शुक्‍ला (Subhash Shukla) ने कहा कि वे घटना के समय होटल में नहीं थे। वे बताते हैं कि सोमवार की रात 12 ब‍जकर 4 मिनट पर पुलिसवाले होटल पर आए। एसएचओ जेएन सिंह ( SHO JN Singh) भी थे। उन्‍होंने कहा कि एसएसपी का आर्डर है। रूम चेक करा दीजिए। उनके कुल सात कमरे बुक थे। 512 नंबर रूम में कानपुर से एक और हरियाणा से दो लोग थे।

जब उन्‍होंने रजिस्‍टर चेक किया, तो बोले कि सबसे पहले यही रूम चेक करना है। इसके बाद वे उसके रिशेप्‍शन पर ड्यूटी दे रहे कर्मचारी को भी लेकर गए। रिसेप्‍शन से आईडी लेकर गए थे। वहां पर भी आईडी मिलाए। आईडी मिलने के बाद वापस आ गए। ये जो व्‍यक्ति आज नहीं रहे, वो सोए हुए थे। आईडी मांगे और इसके बाद क्‍या हुआ, उन्‍हें जानकारी नहीं है।

घायल को टांग खींचकर नीचे लाए पुलिस वाले

सुभाष शुक्ला (Subhash Shukla)  ने बताया कि मनीष  (Manish Gupta) को दो पुलिसवाले खींचकर नीचे लाए। पुलिस वालों ने उन्हें बताया कि वो लोग गिरे और सिर में चोट लग गई है। उस वक्त होटल कर्मचारी गेट पर ही था। हालांकि, जब सवाल हुआ कि तस्‍वीरें वायरल हो रही हैं, उसमें कर्मचारी कमरे के अंदर नीली शर्ट में जेएन सिंह के बगल में खड़ा दिखाई दे रहा है। इसके बारे में उन्‍हें कुछ नहीं पता है। घटना के बाद पुलिस मनीष को इलाज के लिए मानसी हास्पिटल ले गई। वहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सीढि़यों और लिफ्ट पर खून के निशान के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये रात 12 बजे के बाद की घटना है। वे उस दौरान यहां नहीं थे।

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खून के बारे में उन्‍हें जानकारी नहीं है

खून से सने तौलिया के बारे में उन्‍होंने भी सुना है। सुभाष शुक्ला (Subhash Shukla) ने कहा कि मुझे नहीं पता कि दोषी कौन है? रेड इसलिए पड़ी कि तीन लोग रूम में थे। बाकी सभी कमरों में दो लोग थे। पहले ही रूम में घटना हो गई। पुलिस वाले सीसीटीवी का डीवीआर लेकर चले गए। बताया कि इस तरह की घटना 4 बार हो चुकी है। जेएन सिंह ने ही छापा मारा था। जब रामगढ़ताल नया थाना खुला था, तब भी रेड पड़ी थी। छापे की वजह से अब गेस्‍ट आना काफी कम हो गए हैं। पहले 10 से 12 रूम बुक होते थे और अब चार से पांच रूम ही बुक होते हैं। जेएन सिंह कैसे आदमी हैं, जो चर्चा है वो आप सभी लोग जानते हैं।

मनीष के एक लाख कैश और पर्स अंगूठी भी गायब

वहीं, घटना के बाद से ही चर्चा है कि पुलिस होटल में ठहरने वाले व्यापारियों को छापामारी के दौरान प्रताड़ित कर वसूली करती रही है। पहले भी पुलिस पर इस तरह प्रताड़ित कर वसूली के आरोपों की खबरें आती रही हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि होटल में व्यापारियों के ठहरने की सूचना पर पुलिस उनसे वसूली करने आई थी। जबकि मृतक मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की पत्नी मीनाक्षी भी आरोप लगा चुकी हैं कि उनके पति की मौत के बाद से उनके पास मौजूद करीब एक लाख रुपए कैश, मोबाइल, पर्स और सोने की चेन गायब है।

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