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सीरो सर्वे में खुलासा : कोरोना महामारी से लड़ने में महिलाएं पुरुषों से ज्यादा मजबूत

By संतोष सिंह 
Updated Date

मुंबई। कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। ऐसे में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने आर्थिक राजधानी मुंबई में सर्वे कराया है, जिसमें यह बात सामने आई है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अधिक एंटीबॉडी है।  सीरो सर्वेक्षण से ये भी पता चला कि गैर स्लम एरिया में सीरो पॉजिटिविटी दर बढ़ रहा था, जबकि स्लम इलाके में ये घट रहा था। जो वर्तमान रुझान से मिलता-जुलता है। अधिकारियों ने बताया कि कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में मरीजों की ज्यादा संख्या पहचान में आ रही है।

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पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा एंटीबॉडी का पता चला

सीरो में ब्लड टेस्ट की आवश्यक्ता होती है जो खास एंटी बॉडी के लिए सकारात्मक नतीजा जाहिर करता है। मुंबई महानगरपालिका के सर्वे में महिलाओं के बीच पॉजिटिवटी 37.12 फीसदी, जबकि पुरुषों में 35.02 फीसद का खुलासा हुआ। सीरो सर्वेक्षण में 41.61 फीसदी पॉजिटिविटी का पता ब्लड सैंपल से चला जिसे स्लम एरिया के म्यूनिसिपल डिस्पेंसरी से इकट्ठा गया था। कुल 36.3 फीसदी सीरो पॉजिटिविटी दर 10,197 ब्लड सैंपल में मिला जिसे मुंबई में 24 वार्ड से शहरियों के लिए इकट्ठा किया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि कस्तूरबा अस्पताल के प्रांगण में स्थित बायोलॉजी लैब में एंटी बॉडीज के लिए सैंपल को जांचा गया।

मुंबई में तीसरी बार सीरो सर्वेक्षण

पिछले साल पहले सर्वेक्षण में 57 फीसद पॉजिटिविटी का पता तीन वार्ड के स्लम एरिया से चला था, जबकि अगस्त में किए गए सर्वे से स्लम एरिया में सीरो पॉजिटिविटी 45 फीसदी का खुलासा हुआ है। उन्होंने बताया कि गैर स्लम एरिया में निजी लैब से इकट्ठा किए गए सैंपल ने वर्तमान सर्वे में 28.5 फीसदी की सीरो पॉजिटिविटी दिखाया. पिछले साल जुलाई में किए गए पहले सर्वेक्षण ने आंकडा तीन वार्ड का 16 फीसदी और अगस्त में किए गए सीरो सर्वेक्षण में 18 फीसदी था। वर्तमान सीरो सर्वेक्षण इस साल मार्च में किया गया था। उसमें डोज नहीं लगवाने वालों से इकट्ठा किए गए ब्लड सैंपल का इस्तेमाल किया गिया। बीएमसी ने बताया कि पिछले साल जुलाई और अगस्त में किए गए दो सर्वे के बाद वर्तमान सीरो सर्वेक्षण तीसरा है।

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