Telegram banned in Ukraine: रूस, यूक्रेन और पूर्व सोवियत देशों में प्रभाव रखने वाला टेलीग्राम (Telegram) प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में से एक है। जिस पर यूक्रेन ने रूस के लिए जासूसी का आरोप लगाते हुए बैन करने का फैसला लिया है। देश के नेशनल सिक्योरिटी ऐंड डिफेंस काउंसिल ने इसकी जानकारी दी है।
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दरअसल, यूक्रेन की जीयूआर मिलिटरी इंटेलिजेंस एजेंसी ने हाल में कहा था कि टेलीग्राम के जरिए रूस, यूक्रेन पर जासूसी कर रहा है। जिसके बाद इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बैन करने का ऐलान किया है। यूक्रेन का मानना है कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकारी और सेना के अधिकारियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
बता दें कि साल 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से टेलीग्राम युद्ध के आसपास की राजनीति को लेकर दोनों पक्षों की ओर से ‘अनफ़िल्टर्ड कंटेंट’ का सबसे प्रमुख प्लेटफॉर्म है। जिसकी स्थापना रूस में जन्मे ड्यूरोव ने की थी। हालांकि, ड्यूरोव ने 2014 में रूस छोड़ दिया था, क्योंकि रूस सरकार ने ड्यूरोव के वीके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विपक्षी समुदायों की आवाज को दबाने की मांग को मानने से इनकार कर दिया था। फिलहाल, ड्यूरोव के वीके सोशल मीडिया को बेच दिया है।
टेलीग्राम के 900 मिलियन यूजर्स हैं, लेकिन कंटेंट मॉडरेशन को लेकर चिंताओं के कारण टेलीग्राम को कई देशों में बैन का सामना करना पड़ रहा है। पिछले महीने टेलीग्राम फाउंडर और सीईओ पावेल डुरोव फ्रांस में गिरफ्तार किया गया था।