Russia Ukraine Conflict : जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (German Chancellor Olaf Scholz) की अध्यक्षता में जी 7 (G7 ) के सदस्य देशों की नेताओं की बैठक 24 फरवरी को आयोजित की जाएगी। यह जानकारी जर्मनी की संघीय सरकार के उप प्रवक्ता वोल्फगैंग बुचनेर ने शुक्रवार को दी है।
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उन्होंने कहा कि चांसलर ने 24 फरवरी यानी गुरुवार को जी 7 (G7 ) में शामिल देशों व सरकारों के प्रमुखों की वर्चुअल बैठक बुलायी है। इस बैठक का उद्देश्य बवारिया के श्लॉस एल्मौ में 26 से 28 जून तक आयोजित होने वाली जी 7 (G7 ) की बैठक की तैयारियों का जायजा लेना है। उन्होंने बताया कि बैठक में शामिल होने वाले नेता रूस और यूक्रेन की सीमा पर भौगोलिक स्थिति सहित विदेश नीति के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
रूस (Russia) का यूक्रेन के साथ तनाव जारी है। इसके बीच रूस मिसाइल ड्रिल (Russia Missile Drill) करने की तैयारी की है। यही नहीं खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) भी इस ड्रिल को देखने पहुंचेंगे। शुक्रवार को समाचार एजेंसियों ने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) रूसी “रणनीतिक ताकतों” से जुड़े सैन्य अभ्यास की देखरेख करेंगे, जिसमें बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल (Ballistic and Cruise Missiles) लॉन्च भी शामिल होंगे।
एजेंसियों ने रूसी रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) के तरफ से दिए गए एक बयान के हवाले से कहा कि 19 फरवरी, 2022 को रूस के सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर-इन-चीफ, व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में, रणनीतिक निरोध बलों का एक नियोजित अभ्यास आयोजित किया जाएगा, जिसके दौरान बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को लॉन्च किया जाएगा।
रूस की एयरोस्पेस फोर्सेज (Aerospace Forces) और स्ट्रेटेजिक रॉकेट फोर्सेज (Strategic Rocket Forces) उस सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे, जिसे सेना ने रणनीतिक निरोध अभ्यास के रूप में बताया है। रूस की ग्राउंड फोर्सेज का साउदर्न डिस्ट्रिक्ट मिसाइल प्रक्षेपण (Southern District Missile Launch) में नौसेना के उत्तरी और काला सागर बेड़े में शामिल होगा। राज्य द्वारा संचालित TASS समाचार एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि युद्धाभ्यास “पहले से योजनाबद्ध था।
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ये सैन्य अभ्यास ऐसे समय में होने जा रहा है जब रूस और पश्चिम के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा। यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों के जमावड़े ने आशंका जताई है कि मास्को पश्चिम में अपने पड़ोसी पर हमला कर सकता है। हालांकि रूस ऐसी किसी भी योजना से इनकार करता आ रह है।