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Sawan Som Pradosh Vrat 2022: सावन सोम प्रदोष पर विधि- विधान से भगवान शिव की पूजा, संकट होंगे दूर

By अनूप कुमार 
Updated Date

Sawan Som Pradosh Vrat 2022 : भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने लिए भक्त गण विभिन्न प्रकार उपासना करते है। भगवान शिव के बारे में मान्यता है कि वो अपने भक्तों पर शीघ्र कृपा करते हैं। शिव भक्त प्रदोष व्रत पालन करके महादेव को प्रसन्न करते है। हिंदू पंचांग के अनुसार,सावन का पहला प्रदोष व्रत इस वर्ष 25 जुलाई को पड़ रहा है। इस वर्ष सावन का पहला प्रदोष व्रत सोमवार तिथि पर पड़ेगा, जिसकी वजह से इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। सावन मास को शिव मास कहा जाता है। सावन कामहीना भगवान शिव को अति प्रिय है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसमकाह में शिव की पूजा अर्चना का विशेष फल प्राप्त होता है। आइये जानते सावन माह में पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तिथि और उसके शुभ मुहूर्त के बारे में ।

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सावन सोम प्रदोष व्रत 2022 शुभ मुहूर्त

सावन त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 25 जुलाई को 04:15 PM बजे से
सावन त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 26 जुलाई को 06:46 PM बजे से

सावन सोम प्रदोष व्रत 2022 पूजा मुहूर्त: सावन का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन का पूजा मुहूर्त शाम 07:17 से रात 09:21 तक रहेगा।

पूजन सामग्री
पूजा में गंगाजल, जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, पंचामृत, जनेऊ, वस्त्र, चंदन, रोली, अक्षत, बेलपत्र, फल, विजया, आक, धतूरा, कमल गहा, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, पंच मेवा, धूप, दीप, कपूर आदि का प्रयोग करना चाहिए। इस दिन शिव चालीसा का पाठ करें और अंत में कथा सुनने के बाद शिवजी की आरती जरूर करें।

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शिव मंत्र

ॐ नम: शिवाय।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

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