नई दिल्ली। पाकिस्तान से आयी सीमा हैदर (Seema Haider) और भारत के युवक सचिन (Sachin) की लव स्टोरी इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई। लोग दोनों की लव स्टोरी (Love Story) को गदर फिल्म की कहानी से जोड़कर देख रहे हैं। सीमा हैदर अपने चार बच्चों को लेकर नेपाल (Nepal) के रास्ते भारत पहुंची। अब वह सचिन से शादी करके उनकी पत्नी बन गईं और उनके ही घर में रह रही हैं। जहां पर सीमा और सचिन से मिलने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है।
पढ़ें :- UP News: नौवीं के छात्रों ने AI से बनायी महिला शिक्षक की अश्लील फोटो, फिर कर दिया वायरल; FIR दर्ज
वहीं, मीडिया के सामने सीमा बेबाकी से अपनी बातों रख रहीं है। हालांकि सोशल मीडिया (Social media) पर सीमा की कुछ बातों को लेकर काफी चर्चा हो रही है। कुछ लोगों का कहना है कि सीमा हैदर बिलकुल भी पाकिस्तानी साउंड (Pakistani sound) नहीं करती हैं। इसके अलावा कई लोगों ने सीमा हैदर और सचिन की कहानी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। लोग इसे हनी-ट्रैप की तरह भी देख रहे हैं। आइये समझते हैं कि सीमा हैदर कैसे पाकिस्तानी महिला से अलग लगती हैं?
इन बातों से पाकिस्तानी नहीं लगती सीमा हैदर
1- आमतौर पर पाकिस्तान में उर्दू भाषा (Urdu language) बोलने को काफी अहम माना जाता है, क्योंकि वहां पर बचपन से ही लोगों को उर्दू जुबान का माहौल मिलता है। पाकिस्तान में लोग शुद्ध हिंदी का इस्तेमाल नहीं करते हैं, लेकिन सीमा की बोलचाल पर गौर करें तो वह उर्दू के शब्दों का इस्तेमाल करती ही नहीं हैं। वह शुद्ध हिंदी बोल रही हैं। उदाहरण के तौर पर वह शौहर और अहलिया की बजाय पति और पत्नी बोलती हैं।
2- शुरू से उर्दू का माहौल मिलने पर किसी भी पाकिस्तानी के लिए उर्दू के शब्दों का उच्चारण (Pronunciation of Urdu words) सही तरीके से किया जाता है। ‘स’,’श’,ज, ज़ अक्षरों का शब्दों में उच्चारण पाकिस्तान में सही किया जाता है। लेकिन कई इंटव्यू में सीमा इन शब्दों का उच्चारण गलत करती नजर आ आयी हैं।
पढ़ें :- Video: मुरादाबाद ये इश्क नही आसां बस इतना समझ लीजिए नकली तमंचा और बुर्का ओढ़ के जाना है...
3- कई बार इंटरव्यू सीमा बता चुकी हैं कि वह पाकिस्तान के सिंध (Sindh) से हैं, लेकिन वह सिंधी नहीं बोल पा रही हैं और न उनका लहजा ही सिंध में रहने वाले लोगों की तरह है। जो उनकी पहचान को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
4- सीमा एक पाकिस्तानी मुस्लिम (Pakistani Muslim) हैं, और एक मुस्लिम के लिए कलमा याद होना अहम माना जाता है। हालांकि कुल 7 कलमें सबको याद नहीं, लेकिन हैरानी की बात है कि सीमा को पहला कलमा भी याद नहीं है, जबकि पहला कलमा हर किसी को याद रहता है।
5- सीमा के पूजा करने का ढंग भी उनके पाकिस्तानी (Pakistani) होने पर शक पैदा करता है। दरअसल, कई इंटरव्यू में सीमा हैदर (Seema Haider) को कहते सुना गया कि उन्होंने 2-3 बार ही पूजा की है। लेकिन कुछ वीडियो में वह काफी सहज तरीके से पूजा करती नजर आ रही हैं। ये तो किसी अन्य धर्म के व्यक्ति में दिखना काफी मुश्किल है।