Solar Eclipse and Shani Amavasya : अद्भुत खगोलीय घटना सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण साल का अंतिम सूर्य ग्रहण होगा। मार्गशीर्ष, कृष्ण अमावस्या यानी 4 दिसंबर, शनिवार को यह सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। ये ग्रहण भारत में नहीं लग रहा है। सूतक काल उसी ग्रहण का माना जाता है जो ग्रहण अपने क्षेत्र में दृश्यमान हो।
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अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है। इस दिन दान करने का बहुत ही खास महत्व है। इस बार शनि अमावस्या 4 दिसंबर 2021 को है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 3 बजकर 7 मिनट पर होगी। ये सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण में दिखाई देगा।
1.इस दिन पंचामृत स्नान, तिल-तेल से शनिदेव का अभिषेक करें, साथ ही शनि चालीसा का भी पाठ करें।
2.एक ही दिन सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या होने के चलते दान करना बेहद शुभ रहेगा।
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3.ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए।
4.ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए।