लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय (Khwaja Moinuddin Chishti Language University) का शुक्रवार को स्थापना दिवस मनाया गया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अनिल कुमार शुक्ल ने स्वागत भाषण में कहा कि भाषा समाज को जोड़ने का कार्य करती है। इस कार्य में भाषा विश्वविद्यालय निरंतर अपना सहयोग दे रहा है और देता रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय का कर्तव्य है कि वह विद्यार्थियों को सवाल पूछने के लिए प्रेरित करें। अंत में उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि यह विश्वविद्यालय विश्व में ज्ञान की लौ को प्रज्वलित करेगा।
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इस अवसर पर प्रो. बलराज चौहान ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों में जिज्ञासा की ललक पैदा करने का कार्य करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी कोर नॉलेज के साथ साथ कॉन्ट्रैक्टुअल नॉलेज एवं स्किल डिवेलपमेंट के क्षेत्र में भी कार्य करना चाहिए।
अपने अध्यक्षीय भाषण में न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने विश्वविद्यालय के कुलपति को बधाई देते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय ने कम समय में अपने लिए नए आयाम स्थापित किए है। साथ ही उन्होंने कहा कि कैम्पस केवल पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए नहीं है, यहां विद्यार्थी एक अच्छा नागरिक बनने के गुण भी सीखता है। अंत में उन्होंने कहा कि जीवन में प्रगति करने के लिए नई चीज़ें सीखने का प्रयास करते रहना चाहिए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कार्य परिषद के सदस्य प्रो. चटर्जी एवं पूर्व सदस्य प्रो. वीडी मिश्रा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में COSAC के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को मंत्री बृजेश पाठक द्वारा मेडल एवं सर्टिफ़िकेट से सम्मानित किया गया। इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें जाने-माने कवियों ने कविता पाठ किया जिसमें मुख्य रूप से बरेली डिग्री कॉलेज के अध्यापक डॉ. राहुल अवस्थी, कमलेश मौर्य, मंजुल मंज़र, शशि श्रेया,नवीन शुक्ल व दीप्ति दीपक मौजूद रहे।
स्थापना दिवस के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष प्रो.तनवीर खदीजा ने विद्यार्थियों और समस्त भाषा विश्वविधालय परिवार को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ रूचिता ,सुजॉय चौधरी ने किया व संयोजन में डॉ. मोहम्मद जावेद अख़्तर, डॉ. प्रियंका सूर्यवंशी, डॉ. रामदास, डॉ. मनीष, डॉ नलिनी मिश्रा, डॉ. नीरज शुक्ल व डॉ. हारून रशीद ने मुख्य भूमिका निभाई। विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।