Sweden: स्वीडन की राजनीति (Politics) की एक बड़ी घटना से राजनीतिक अनिश्चितता (political uncertainty) बढ़ गई है। देश ने पहली महिला प्रधानमंत्री मेगदालेना एंडरसन (Magdalena Andersson) ने इस पद से अपना इस्तीफा (Resignation) दे दिया। एंडरसन को बुधवार को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने कुछ ही घंटों के बाद इस्तीफा दे दिया। दरअसल , उनकी गठबंधन सहयोगी पार्टी जूनियर ग्रीन पार्टी (Junior Green Party) ने दो-पक्षीय अल्पसंख्यक सरकार (two-party minority government) छोड़ दी। इस वजह से एंडरसन गठबंधन सरकार का बजट पास नहीं हो सका। इस पूरे प्रकरण के बाद एंडरसन ने पद संभालने से पहले ही इस्तीफा दे दिया।स्वीडन की संसद ने बुधवार को मेगदालेना एंडरसन को प्रधानमंत्री चुना था।
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खबरों के अनुसार,एंडरसन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैंने स्पीकर से प्रधान मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों से मुक्त होने के लिए कहा है।” “मैं सोशल डेमोक्रेट सरकार में प्रधान मंत्री बनने के लिए तैयार हूं।”
एंडरसन ने कहा कि गठबंधन में जूनियर पार्टी, ग्रीन पार्टी के पद छोड़ने के फैसले ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया। एंडरसन ने आगे कहा कि उन्होंने संसद के अध्यक्ष से कहा था कि उन्हें एक पार्टी की सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने की उम्मीद थी। वहीं ग्रीन पार्टी ने कहा कि संसद द्वारा गठबंधन के बजट विधेयक को रिजेक्ट किए जाने के बाद उन्होंने पीछे हटने का फैसला लिया।
एंडरसन को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी का नया नेता चुना गया था। वह स्टीफन लोफवेन की जगह पर नियुक्त होने वाली थीं। जिन्होंने इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लोफवेन फिलहाल कार्यवाहक प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। एंडरसन इससे पहले वित्त मंत्री थीं।