BRICS Summit 2023: जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स नेताओं के शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) से इतर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) से बातचीत हुई। भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Vinay Kwatra) ने पीएम मोदी की दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के समापन पर मीडिया से दोनों नेताओं के बीच बातचीत की जानकारी दी। विनय क्वात्रा ने कहा कि शी जिनपिंग के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने एलएसी पर अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं को उठाया।
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विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Foreign Secretary Vinay Kwatra) ने बताया कि पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एलएसी पर अनसुलझे मुद्दों पर चिंताओं से अवगत कराया। पीएम ने उनसे कहा कि भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान (LAC respected) करना आवश्यक है। दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए।
चीनी विदेश मंत्रालय का बयान
चीनी विदेश मंत्रालय ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) के दौरान भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय बैठक पर कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) ने 23 अगस्त 2023 को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। दोनों नेताओं ने मौजूदा चीन-भारत संबंधों और साझा हित के अन्य सवालों पर स्पष्ट और गहन विचारों का आदान-प्रदान किया।
आगे कहा गया कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-भारत संबंधों (China-India Relations) में सुधार दोनों देशों और लोगों के साझा हितों को पूरा करता है, और दुनिया और क्षेत्र की शांति, स्थिरता और विकास के लिए भी जरूरी है। दोनों पक्षों को अपने द्विपक्षीय संबंधों के समग्र हितों को ध्यान में रखना चाहिए और सीमा मुद्दे को ठीक से संभालना चाहिए ताकि संयुक्त रूप से सीमा क्षेत्र में शांति की रक्षा की जा सके।
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गलवान हिंसक झड़प के बाद दूसरी मुलाकात
गौरतलब है कि भारत और चीन के सैनिकों के बीच मई 2020 में गलवान हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। वहीं, पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच ये मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई, जब कुछ ही दिन में दिल्ली में G20 समिट होना है। दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी अनौपचारिक बातचीत थी। इससे पहले दोनों नेता इंडोनेशिया के बाली में G20 समिट के दौरान मिले थे। उस समय पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने पर जोर दिया था।