घर को हम लोग सजाकर रखते हैं ताकि अच्छा लगा। उसी घर में हम लोग एक पूजा स्थल बनाते हैं। इसे हम सबसे ज्यादा सजाकर रखना चाहते हैं। । लोग चाहते हैं कि पूजा थाली से लेकर कलश इत्यादि मंदिर में रखी हर एक चीज सबसे सुंदर हो। पूजा घर का ध्यान लोग खूब रखते हैं। साफ-सफाई से लेकर यहां इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े को लेकर कई तरह के नियम हैं। मान्यता है कि मंदिर के जमीनी वाले भाग को कभी भी खाली नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसे में कई लोग मंदिर में ज्यादातर लाल रंग का कपड़ा भी बिछा देते हैं। चलिए जानते हैं कि आखिर लाल रंग मंदिर के लिए कितना सही है? क्या इस रंग का कपड़ा बिछाना शुभ होता है या फिर अशुभ?
पढ़ें :- Breast Milk : मां के दूध में निकला कैंसर वाला जहर, बिहार के इन 6 जिलों के नौनिहालों की जान पर आफत
लाल रंग कितना सही? ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से लाल रंग काफी एनर्जी से भरा होता है और इसे जोश का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग से बेचैनी और गर्मी बढ़ती है। मंदिर में पूजा करते समय मन का शांत होना बहुत जरूरी है। वहीं अगर मन में स्थिरता रहेगी तभी आप सच्चे मन से मंत्रों का जाप कर पाएंगे। लाल रंग से मन बैचेन हो जाता है जिसकी वजह से पूजा में ध्यान ठीक से लगने में दिक्कत आती है। ऐसे में मंदिर में लाल रंग के कपड़े का इस्तेमाल सही नहीं माना जाता है। शुभ है ये रंग किसी भी हल्के रंग के कपड़े को मंदिर में बिछाना सही रहता है। दरअसल हल्के और सौम्य रंग से शांति मिलती है। हल्के रंगों से ध्यान कर पाना ज्यादा सही होता है। वहीं जब आप ध्यान लगाकर पूजा करते हैं तो इसका फल पूर्ण रूप से प्राप्त होता है। मंदिर में पीले रंग के वस्त्र को बिछाना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा हल्के नीले रंग का भी इस्तेमाल करना सही रहता है।