पटना। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव (Rashtriya Janata Dal leader Tejashwi Yadav) बिहार विधानसभा के लिए विपक्ष के नेता चुने गए हैं। राघोपुर निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर विजयी हुए तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद दूसरी बार विपक्ष का नेता चुना गया है। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को केवल 35 सीटें मिलीं, जिनमें से 25 सीटें राजद के खाते में गईं। विपक्ष द्वारा तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष चुनने का फैसला बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के परिवार में चल रहे पारिवारिक कलह के बीच आया है।
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बता दे कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने भाई तेजस्वी यादव पर उन्हें अपमानित करने और घर से बाहर निकालने का आरोप लगाया है। रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने के अपने चौंकाने वाले ऐलान के बारे में पूछे जाने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में पत्रकारों से कहा कि मेरा कोई परिवार नहीं है। आप संजय यादव, रमीज़ और तेजस्वी यादव से जाकर पूछ सकते हैं। इन्हीं लोगों ने मुझे परिवार से बाहर निकाला। बाद में एक्स पर एक भावुक पोस्ट में, रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें अपमानित करने के साथ-साथ गाली दी गई और यहां तक कि उन्हें चप्पल से मारने की धमकी भी दी गई। रोहिणी, एक समर्पित बेटी, बहन, पत्नी और मां, अपने अधिकारों और सम्मान के लिए खड़ी हुईं। उनके परिवार और समुदाय को उनसे समझौता करने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अपने मूल्यों से समझौता करने से इनकार कर दिया।