Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. सैकड़ों लोगों का जीवन बर्बाद करने वाले सट्टेबाजों ने रामकथा के नाम पर भी वसूला था धन

सैकड़ों लोगों का जीवन बर्बाद करने वाले सट्टेबाजों ने रामकथा के नाम पर भी वसूला था धन

By टीम पर्दाफाश 
Updated Date

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में फैले सट्टेबाजों के गिरोह का हम भंड़ाफोड़ कर रहे हैं। पर्दाफाश की टीम अब इन सट्टेबाजों के एक और नए कारनामे को उजागर करने जा रही है। सैकड़ों लोगों का जीवन बर्बाद करने वाले अब ये सट्टेबाज रामकथा के नाम पर भी जमकर वसूली की, जिसका रुपया चर्चित सट्टेबाज और इनके रुपयों को जमीन और दूसरे कारोबार में लगाने वाले के पास जमा हुए। इन सट्टेबाजों का गिरोह यूपी ही नहीं आसपास के कई अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है। सूत्र बताते हैं कि, यूपी और उत्तराखंड में इन सट्टेबाजों ने जमीन और बैंक्कट हॉल-रिजॉर्टों में निवेश किया है।

पढ़ें :- Agra Breaking: अब आगरा के सट्टेबाजों का होगा भंड़ाफोड़, यूपी से लेकर दूसरे राज्यों तक फैला है इनका नेटवर्क

सट्टेबाजों का सरगना है सचिन पहाड़ी
सूत्रों की माने तो इन सट्टेबाजों का सरगना सचिन पहाड़ी (कान्हा ज्वैलर्स) है, जो करीब 20 साल पहले गैस सिलेंडर को ब्लैक में बेचने का काम करता था। आज ये हजारों करोड़ों रुपयों की संपत्ति का मालिक बन गया है। अहम बात ये है कि, ये अपने अलग अलग ठिकानों पर सट्टे खिलवाता है। यही नहीं सट्टे में हारे लोगों के घर और जमीन तक भी इन लोगों ने अपने नाम करा ​लिया। सबसे अहम बात ये है कि, सट्टेबाज के इस सरगना पर अभी तक कार्रवाई भी नहीं हुआ है। सूत्र कहते हैं कि, पुलिस—प्रशासन इनके संपत्ति की जांच करे तो इसकी अवैध कमाई और सट्टेबाजी की पोल खुल जाएगी।

ये लोग भी हैं काफी सक्रिय
सट्टेबाजो के सरगना सचिन पहाड़ी के कई गुर्गे भी हैं, जो इस काम के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना लिए हैं। इसमें कमलदीप टंडन, सचिन अग्रवाल उर्फ मोनू, सन्नी सेट्टी, लक्की गुप्ता (इन्वर्टर वाला), मुकुल गोटेवाला, मनीष अग्रवाल उर्फ मोना जैसे लोगों का नाम शामिल है।

रामकथा कराने के नाम पर भी लोगों से रुपये वसूले
सूत्रों का कहना है कि, बीते सालों में सट्टेबाजों के गिरोह के कुछ लोगों की तरफ से रामकथा का आयोजन किया गया। इस कथा के लिए इन्होंने करोड़ों रुपयों का चंदा ​इक्कठा किया, जिसमें भी इन लोगों ने बड़ी हेराफेरी की। सूत्रों की माने तो चंदे की रकम सचिन पहाड़ी और राजू सरिन के पास जमा हुई थी। दरअसल, ये लोग ही कैशियर थे, जिसके कारण इनके पास चंदे के रुपये जमा होते थे।

पढ़ें :- संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद करेगी समाजवादी पार्टी, किया एलान

सैकड़ों लोगों के जीवन को किया बर्बाद
इन सट्टेबाजों ने सैकड़ों लोगों को अपनी जाल में फंसाकर उनका जीवन बर्बाद कर दिया। किसी के घर तो किसी की दुकान तो किसी की जमीन इन्होंने अपने या फिर किसी दूसरे के नाम करा दी। अभी भी इनका गिरोह काफी सक्रिय है। अगर पुलिस प्रशासन इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करे तो कई और भी चौंकान्ने वाले तथ्य सामने आयेंगे।

राजू सरीन सट्टेबाजों के रुपयों का कराता है निवेश
इन सट्टेबाजों के अवैध धन को यूपी, उत्तराखंड समेत कई अन्य राज्यों में लगवाने का काम राजू सरीन करता है। हालांकि, करीब 20 साल पहले राजू सरीन कैटरिंग वाले के पास मामूली सी नौकरी करता था। इसके बाद इसने सट्टेबाजों के संपर्क में आया और उनके रुपयों को निवेश कराने लगा, जिसके बाद देखते ही देखते ये करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया। सूत्रों की माने तो पर्दे के पीछे से ये रियल स्टेट, ब्याज पर रुपये देना, रिजॉर्ट समेत अन्य जगहों पर लगाता है। इसके जरिए ये मोटा मुनाफा भी कमाता है। हालांकि, ये खुद की छवि को सफेदपोश की तरफ रखता है, जिसके कारण कोई इस पर शक न करे। सूत्र ये भी बतातें हैं कि, स्वंयवर वैंक्केट हॉल के ग्रुप में भी ये सभी सट्टेबाज जुड़े हुए हैं और कोड़ वर्ड के जरिए अपने अवैध काम को अंजाम देते हैं।

 

पढ़ें :- यूपी उपचुनाव में हार से बौखलाईं मायावती, बैठक में पूछा- वोट प्रतिशत क्यों कम हुआ? ले सकती हैं बड़ा एक्शन
Advertisement