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IAS एसपी गोयल और अनुराग श्रीवास्तव के रसूख के आगे नतमस्तक सरकार, सत्ता के गलियारों में चर्चा का विषय

By टीम पर्दाफाश 
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लंबे समय से एक जगह जमे कुछ ब्यूरोक्रेट्स के कारनामों की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। योगी सरकार बनने के बाद से अभी तक ये ब्यूरोक्रेट्स एक ही जगह पर जमे हुए हैं, जबकि इनके विभागों में हुए काम की मॉनिटरिंग के लिए प्रधानमंत्री तक को सक्रिय होना पड़ा। बावजूद इसके ये ब्यूरोक्रेट्स अभी भी पिछले सात सालों से एक ही जगह पर जमे हुए हैं।

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दरअसल, हम बात कर रहे हैं नमामि गंगे के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल की। इन दोनों ब्यूरोक्रेट्स पर कई गंभीर आरोप भी लग चुके हैं। इसके बाद भी पिछले सात सालों से ये अफसर एक ही जगह पर तैनात हैं। ब्यूरोक्रेसी से लेकर राजनीति में इन अफसरों के कारनामों की खूब चर्चाएं हो रही हैं। कहा जा रहा है कि, आखिर क्या वजह है कि इतनी शिकायतों के बाद भी इन अफसरों को लंबे समय से एक ही जगह तैनाती दी गयी है।

एसपी गोयल के खिलाफ लोकायुक्त से हुई शिकायत
अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल के खिलाफ लोकायुक्त से भी शिकायत की गई है। ये शिकायत आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने की थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि, एसपी गोयल पर पूर्व में उन्नाव के एक व्यक्ति से 25 लाख रुपए लेने के आरोप लगे थे किंतु शिकायतकर्ता ने अत्यंत संदिग्ध स्थितियों में अपनी शिकायत वापस ले ली थी। इसके साथ ही, शिकायत में 7 ऐसी कंपनियों की जानकारी दी गई थी, जिनका पता एसपी गोयल के विराम खंड-1 स्थित आवास का है, जो पूरी तरह से आवासीय घर है। इसके साथ ही आय से अधिक संपित्त, असंल समूह से कथित रूप से इनके करीबियों को 2 वर्षों में 10 कीमती संपत्तियां रजिस्ट्री करने के आरोप लगे थे।

नमामि गंगे योजना के कामों को लेकर घिरे अनुराग श्रीवास्तव
नमामि गंगे व ग्रामीण जिला पूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी इस विभाग में पिछले 7 सालों से जगे हुए हैं। इस योजना के तहत यूपी में हर घर शुद्ध जल पहुंचाने की जिम्मेदारी है। इस योजना के तहत हर घर शुद्ध जल पहुंचाने का खूब कागजी दावे किए गए लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में लोगों तक शुद्ध जल नहीं पहुंचा है। कहीं पानी की टंकियां बनी हैं तो कहीं घरों में लगे कनेक्शन टूट गए हैं। यही नहीं जहां पानी की सप्लाई शुरू हो गई है वहां पर कई तरह की दिक्कते सामने आ रही हैं। बीते महीनों इस योजना की जांच के लिए एक टीम गठित की गई लेकिन इन जांच में क्या हुआ किसी को कुछ नहीं पता चला? इसके बाद भी अनुराग श्रीवास्तव इस विभाग के प्रमुख सचिव बने हुए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

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