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मोदी सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि देश के अंदर आतंकी हमला माना जाएगा ‘Act of War’, क्या अब ‘ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2?

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट (Car Blast) ने देश को दहला दिया है। इस धमाके के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का दूसरा चरण (‘Operation Sindoor Part-2) शुरू होने वाला है? लाल किले के पास धमाके के बाद देश में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब में जांच तेज कर दी गई है। सवाल बड़ा है, क्या भारत अब अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों और हथियारों से फिर एक बार पाकिस्तान को जवाब देगा? क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2’ (‘Operation Sindoor Part-2)  अब बस शुरू होने वाला है?

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सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार इस धमाके को आतंकी हमले के एंगल से जांच रही है। हालांकि, गृह मंत्री शाह ने कहा कि जब तक एजेंसियां किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचतीं, तब तक कुछ कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को मिले संकेत साफ बताते हैं कि यह एक ‘प्री-प्लांड’ हमला था।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के नए मॉड्यूल की गतिविधियां हाल में बढ़ी हैं। एक वीडियो में लश्कर कमांडर सैफ ने दावा किया था कि ‘हाफिज सईद (Hafiz Saeed) खाली नहीं बैठा है, संगठन बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहा है। एजेंसियों को यह भी इनपुट मिला है कि लश्कर ने बांग्लादेश में अपना लॉजिस्टिक नेटवर्क खड़ा करना शुरू कर दिया है, ताकि असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में अपनी पकड़ मजबूत की जा सके। इस पूरे ऑपरेशन में आईएसआई (ISI) के समर्थन की भी बात सामने आ रही है।

‘एक्ट ऑफ वॉर’ माना जाएगा यह हमला?

अगर जांच में लश्कर या जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का हाथ साबित होता है, तो भारत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एक और जवाबी कार्रवाई कर सकता है? जबकि सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि देश के अंदर कोई भी आतंकी हमला अब ‘एक्ट ऑफ वॉर’ (Act of War) माना जाएगा। साथ ही, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर यह भी कहा गया था कि वह अभी खत्म नहीं हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)  के बाद जैश और लश्कर के कई कैंप पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिफ्ट किए गए थे, जो भारत की सीमा से करीब 350 किलोमीटर की दूरी पर हैं। वायुसेना प्रमुख (Air Force Chief) ने हाल में कहा था कि कोई भी आतंकी कैंप हमारी रेंज से बाहर नहीं है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार को भूटान दौरे के बीच उन्होंने भी इस घटना पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस षड्यंत्र के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमारी एजेंसियां इस साजिश की जड़ तक जाएंगी। फिलहाल, एनआईए (NIA) की टीमें दिल्ली, फरीदाबाद और हरियाणा के कई इलाकों में जांच कर रही हैं। 1 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। लाल किले के पास ब्लास्ट में प्रयुक्त कार फरीदाबाद के सेक्टर 37 के सेकेंड हैंड डीलर से खरीदी गई थी। इस गाड़ी के मालिक कई बार बदले गए और अब आतंकी मॉड्यूल (Terrorist Module) से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

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