नई दिल्ली। दिल्ली में 26 जनवरी के दिन प्रस्तावित किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसक घटना को लेकर शिवसेना ने केन्द्र सरकार के नीतियों पर सवाल उठाये हैं। दिल्ली में मचे इस बवाल पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियायें आने लगी हैं।
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शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने इस घटना के जरिए केंद्र सरकार को घेरा है। राउत ने पूछा है कि यह किस तरह का लोकतंत्र है और क्या सरकार को इसी दिन का इंतजार था। राष्ट्रीय राजधानी में उपद्रव के बाद शिवसेना सांसद राउत ने ट्वीट किया, अगर सरकार चाहती तो आज की हिंसा रोक सकती थी। दिल्ली में जो चल रहा है, उसका समर्थन कोई नहीं कर सकता है।
कोई भी हो लाल किले और तिरंगे का अपमान सहन नहीं करेगा, लेकिन माहौल क्यों बिगड़ गया? सरकार किसान विरोधी कानून रद्द क्यों नहीं कर रही है। क्या कोई अदृश्य ताकत राजनीति कर रही है? जय हिंद।
राउत ने एक अन्य ट्वीट में आगे लिखा कि क्या सरकार इसी दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही थी? सरकार ने आखिर तक लाखों किसानों की बात नहीं सुनी। यह किस टाइप का लोकतंत्र हमारे देश में पनप रहा है। यह लोकतंत्र नहीं है भाई।
कुछ और ही चल रहा है। आज 26 जनवरी के दिन किसानों का एक जत्था लाल किले पर चढ़ गया और अपने संगठन का झंडा फहरा दीया। कई जगहों पर दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच झड़प और हिंसा की भी घटना हुई है।