Potassium deficiency: पोटैशियम शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्वों में से एक है। इसकी कमी से हार्ट और बीपी से संबंधित दिक्कतें होने लगती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार पोटैशियम मांसपेशियों को मजबूत करने में हेल्प करता है।शरीर में पोटैशियम की कमी जिसे हाइपोकैलेमिया के रुप में जाना जाता है। इसमें हार्ट फंक्शन सही से काम नहीं करता है।इसकी कमी से दिल से संबंधित समस्याओं जैसे धड़कन,हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
पढ़ें :- World diabetes day 2024: यूरिन में स्मेल आने की पीछे डायबिटीज के मरीजों में हो सकता है ये कारण
आयरन की कमी की वजह से हाई बीपी, स्ट्रोक और दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। दिल की धमनियों के अंदर चिकनी मांसपेशियों की सेल्स में कैल्शियम की कमी के कारण कैल्सीफिकेशन को रोकने में भी मदद कर सकता है।
उनका कहना है कि यह एथेरोस्क्लेरोसिस में योगदान होता है। जिसके कारण धमनियां सख्त हो जाती हैं। शरीर में पोटेशियम की कमी है या आप हाइपोकैलिमिया से पीड़ित हैं, तो यहां दिल से जुड़ी समस्याएं और लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
पोटैशियम की कमी की वजह से शरीर में पोटैशियम की कमी होने पर पीड़ित व्यक्ति को अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाती है और सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। इसके अलावा दिल का रुकना, या गंभीर मामलों में अचानक हार्ट बीट तेज होने की दिक्कत होती है।
शरीर में पोटैशियम की कमी को पूरा करने के लिए सबसे पहले पोटैशियम से भरपूर डाइट को अपने शामिल करें। पोटेशियम से भरपूर फल जैसे केला, आलू, एवोकाडो और पत्तेदार सब्जियों को डेली डाइट में शामिल करें।डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में पोटैशियम की कमी के कारण हो सकती है।