नई दिल्ली। बिहार के दरभंगा AIIMS को लेकर पीएम मोदी (PM Modi) के दिए बयान के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने पूछा कि जब दरभंगा एम्स के लिए जमीन ही फाइनल नहीं हुई तो पीएम मोदी ने दरभंगा एम्स खुलने की बात कैसे कर दी। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया पर निशाना साधा है।
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दरअसल, तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सबसे पहले ट्वीट कर लिखा कि, प्रधानमंत्री जी दरभंगा में AIIMS खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे। वस्तुस्थिति ये है कि बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ ज़मीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दिया है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीति करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित AIIMS के निर्माण को स्वीकृति नहीं दी। प्रधानमंत्री से देश कम से कम सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है लेकिन उन्होंने सफ़ेद झूठ बोला।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के इस ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने लिखा है कि, प्रिय तेजस्वी जी, मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है। हमारी नीयत साफ़ है। एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली ज़मीन दी।
वहीं, अब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि, मा० स्वास्थ्य मंत्री जी, यह कौन से अदृश्य विकास की राजनीति है कि जहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने AIIMS के लिए अभी तक स्थल फाइनल किया ही नहीं है और प्रधानमंत्री जी कह रहे है वहां एम्स खोल दिया गया है? जिस काल अवधि का आप वर्णन कर रहे है उस वक़्त से लेकर पूर्व के कई वर्षों तक बिहार में BJP के ही स्वास्थ्य मंत्री रहे है। शायद आप उनकी असफलता को इंगित कर रहे है।
इसके साथ ही कहा कि, बिहार सरकार ने शोभन बाईपास जैसी बेहतर लोकेशन पर निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र को हस्तांतरित की है जिसमें मिट्टी भराई का 300 करोड़ अतिरिक्त व्यय भी राज्य सरकार वहन कर रही है। हम सकारात्मक एवं विकासोन्मुख राजनीति करते है इसलिए हमने दरभंगा सहित अन्य जिलों को इसका संपूर्ण लाभ मिले तभी सबसे उपयुक्त स्थल चयन किया है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से केंद्र की अभी तक स्वीकृति नहीं मिली।
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तेजस्वी (Tejashwi Yadav) ने कहा कि, आपको अवगत कराना चाहेंगे कि दरभंगा में ही 1946 से स्थापित बिहार के प्रतिष्ठित दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बिहार सरकार (569+ 2546) कुल 3115 करोड़ के अपने खर्च से (400+2100) 2500 बेड का सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल, आधुनिक भवन एवं आवासीय परिसर का निर्माण करवा रही है क्योंकि हम नकारात्मक राजनीति नहीं बल्कि जनहित में गतिशील विकास कार्यों को प्राथमिकता देते है। धन्यवाद।