लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षाओं (UP BOARD Exam) में नकल पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार ने इस बार सख्त नियम बना दिए हैं। नकल कराने वाले किसी भी तरह के सॉल्वर गैंग या नकल माफिया पकड़े गए तो एक करोड़ रूपये तक का जुर्माना और आजीवन कारावास तक का प्रावधान किया गया है। साथ ही प्रश्नपत्रों के सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं। अब प्रश्नपत्रों की अलमारी की एक चाबी परीक्षा केंद्र के पास के थानेदार के पास भी रहेगी।
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यूपी बोर्ड परीक्षा (UP BOARD Exam) में पहली बार कई सख्त नियम बनाए गए हैं, जो अब से पहले कभी नहीं थे। ऐसे में नकल कराने की जिसने कोशिश की उसे सरकार की तरफ से सख्त सजा मिलने वाली है। योगी सरकार नकल कराने वालों को सबक सिखाने जा रही है। कम से कम 25 लाख से लेकर 1 करोड रुपए तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा। वहीं न्यूनतम 7 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा अब बोर्ड परीक्षा में नकल कराने वालों पर हो सकती है। दरअसल बीते साल यानी 6 अगस्त 2024 से उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 2024 में ऐसे प्रावधान किए गए हैं, जिससे नकल माफियाओं की कमर टूट जाएगी।
यूपी बोर्ड-2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं दिनांक 24 फरवरी, 2025 से 12 मार्च, 2025 तक प्रस्तावित हैं। बोर्ड परीक्षा कुल 8140 परीक्षा केन्द्रों पर होगी, जिनमें 576 राजकीय, 3,446 सहायता प्राप्त और 4,118 स्ववित्तपोषित विद्यालय हैं। परीक्षा में 27,32,216 हाईस्कूल और 27,05,017 इंटरमीडिएट कुल 54,37,233 परीक्षार्थी प्रतिभाग करेंगे।
जानें क्या दिए निर्देश?
बोर्ड परीक्षाओं को शांतिपूर्ण व पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के सख्त निर्देश दिये। परीक्षाओं में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिये। परीक्षा के पूर्व परीक्षा केन्दों का सौ फीसदी निरीक्षण कराकर यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि सभी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधायें उपलब्ध हैं।
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17 जनपदों-आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया व गोंडा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इन जनपदों में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जाये। एसटीएफ और एलआईयू के द्वारा इन केन्द्रों की विशेष निगरानी रखी जाये।
इन बातों का परीक्षा के समय रखें ध्यान
परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचने में असुविधा नहीं होनी चाहिये। परीक्षा समयानुसार बसों का नियमित संचालन किया जाये। परीक्षार्थियों को कहीं भी अनावश्यक रूप से न रोका जाये। परीक्षा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाये। प्रयागराज, अयोध्या, बनारस के परीक्षा केंद्रों के पास पुलिस द्वारा अनावश्यक एनाउन्समेंट न किया जाये। इसके अलावा परीक्षा के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये।
अपने निर्देश में उन्होंने कहा कि नकल माफियाओं और असामाजिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परीक्षा कार्य में बाधक तत्वों के विरुद्ध संज्ञेय अपराध के अंतर्गत कार्यवाही की जाये। स्ट्रांग रूम की 24X7 सीसीटीवी के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी रखी जाये और सुरक्षा के लिये सशस्त्र बल की तैनाती की जाये। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को देखते हुए परीक्षा केन्द्रों के स्ट्रांग रूम का टीम बनाकर आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाये।
अनुचित मुद्रण अथवा प्रकाशन और सोशल मीडिया आदि पर अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही की जाये। परीक्षा समाप्ति के उपरान्त उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा केन्द्रों से संकलन केन्द्रों को अनिवार्य रूप से पुलिस अभिरक्षा में ही प्रेषित किया जाये। उन्होंने परीक्षा केन्द्रों के चारों तरफ साफ-सफाई, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।
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