लखनऊ: नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि प्रदेश में विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि एटा की जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट की नयी तापीय पॉवर प्लांट में महीनों की कड़ी मेहनत के बाद विद्युत उत्पादन हेतु परीक्षण शुरू किया गया। विगत तीन दिनों से इस इकाई में 111 मेगावाट की क्षमता तक परीक्षण किया गया। जल्द ही पूर्ण क्षमता (660 मेगावाट) तक इस प्लांट में विद्युत उत्पादन होने लगेगा। उन्होंने बताया कि 660 मेगावाट की यह तापीय परियोजना 22 सितम्बर को सायं 05ः40 बजे कोयले की मदद से पहली बार सफलतापूर्वक संचालित की गयी।
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ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 660 मेगावाट का जवाहरपुर का यह नया तापीय पावर प्लांट चालू होना ऐतिहासिक क्यों है, क्योंकि यह राज्य में अभी तक स्थापित तापीय ऊर्जा क्षमता का 10 प्रतिशत है और यह प्लान्ट सुपर क्रिटकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ऊर्जा विभाग नित नया इतिहास रचने को तैयार है। इस वर्ष जहां विद्युत की पीक डिमांड लगभग 28,246 मेगावाट को पूरा करने में सफलता हासिल की है। वहीं रिकॉर्ड विद्युत कनेक्शन देने और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने में भी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति देने में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना का 660 मेगावाट का नया तापीय पॉवर प्लांट मील का पत्थर साबित होगा। शीघ्र ही जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट के दूसरे पॉवर प्लांट से भी बिजली का उत्पादन शुरू होगा। ऊर्जा मंत्री ने इस ऐतिहासिक मौके पर उर्जा परिवार के उन सभी सदस्यों को बधाई दी है, जिन्होंने इसे संचालित करने में अपना अहम योगदान दिया है। उन्होंने मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मा0 मुख्यमंत्री जी को भी मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए उनका धन्यवाद और अभिवादन किया है।
एके शर्मा ने बताया कि सोनभद्र की भांति ही जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना से एटा बिजली उत्पादक जिले रूप में उभरेगा और इससे वहां पर विकास के द्वार भी खुलेंगे। एटा जनपद में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना की कुल क्षमता 1320 मेगावाट है। जिसमें से 660 मेगावाट की क्षमता वाली एक पॉवर प्लांट को शुरू कर दिया गया है, जिसकी लागत 12 हजार 320 करोड़ 43 लाख रूपये आयी है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते बिजली संकट को दूर करने में यह परियोजना बहुत ही सहायक सिद्ध होगी। इससे प्रदेश की विद्युत आपूर्ति में सुधार आएगा। उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जहां सप्लाई इसी परियोजना से दी जाएगी, वहीं जवाहर तापीय विद्युत परियोजना से एटा के आसपास के इलाके के लोगों को रोजगार भी मिलेगा, जिससे क्षेत्र के विकास को भी पंख लगेंगे। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि यह हम सबके लिए गौरव का क्षण है। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा।