UP News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) में ब्राह्मण वोटरों को लुभाने के लिए सभी पार्टियां अपने अपने दांव चल रही हैं। बसपा-भाजपा के साथ ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी बड़ा दांव चला था। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ‘समाजवादी विजय रथ यात्रा’ के 10वें चरण में दो जनवरी को महुराकला गांव में भगवान परशुराम के मंदिर का लोकार्पण किया था।
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इस दौरान मंदिर के सामने 68 फीट का फरसा भी लगाया गया था। सोमवार को ये फरसा तेज हवाओं के कारण टूटकर गिर गया। वहीं, अब इसको लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एक बार फिर से विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस कदम को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ अपनी अपनी राय दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सपा भगवान परशुराम के नाम और खुद के काम को जोड़कर नई लकीर खींचने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा के हिंदुत्व के मुकाबले वो अपनी सपा ब्राह्मण वोटों में सेंधमारी करने में लगी है।