पर्दाफाश न्यूज़ ब्यूरो महराजगंज :: भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर तैनात इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार शाम एक उज्बेकिस्तानी महिला को बिना वैध वीजा के नेपाल जाने का प्रयास करते हुए पकड़ लिया। पकड़ी गई महिला की पहचान उमिदा जुरेवा, निवासी ताशकंद, उज्बेकिस्तान के रूप में हुई है।
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इमिग्रेशन अधिकारी प्रमोद कुमार दुबे ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे उक्त महिला ने भारत से प्रस्थान के लिए डिपार्चर स्टांप लगाने का अनुरोध किया। जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि महिला के पास भारत का कोई वैध वीजा नहीं है।
रिकॉर्ड खंगालने पर यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि उमिदा जुरेवा को इसी वर्ष 22 फरवरी 2025 को मुंबई एयरपोर्ट से एग्जिट परमिट के साथ भारत से निर्वासित किया गया था। उसके खिलाफ ‘लुक आउट सर्कुलर (एलओसी)’ भी जारी थी। इसके बावजूद उसने स्वीकार किया कि वह 22 अप्रैल 2025 को नेपाल मार्ग से अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गई थी।
महिला के पास से उज्बेकिस्तान पासपोर्ट (संख्या FA0472617) की मूल प्रति बरामद की गई है। इमिग्रेशन विभाग ने उसे आवश्यक कार्रवाई हेतु सोनौली थाने को सुपुर्द कर दिया है।
कोतवाली प्रभारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि उज्बेकिस्तानी महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।