Vastu Tips : जल का जीवन में बहुत महत्व है। जल किसी के लिए शुभ तो किसी के लिए अशुभ हो जाता है। जीवन में पानी को लेकर खास आदतें विकसित न करने पर यह भविष्य के लिए नुकसानदायक हो जाता है। पानी का हमारे जीवन शैली में सर्वाधिक रोल है। वास्तुशास्त्र में इस बात को बताया गया है। घर में जल का स्रोत किस दिशा में होना चाहिए और रसोई के लिए पानी किस दिशा में रखना चाहिए। जल और दिशा का गहरा कनेक्शन है। वास्तु शास्त्र में जल को लेकर विशेष नियम बताए गए। आइये जानते है वास्तु के अनुसार पानी को लेकर क्या शुभ और क्या अशुभ है।
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1.वास्तु के अनुसार किसी भी भवन में पानी का स्थान उत्तर और उत्तर-पूर्व में होना चाहिए। इस दिशा में जल स्रोत होने से धन वृद्धि, संतान वृद्धि और अच्छी शिक्षा प्राप्त होती है।
2.वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सिंक या बाथरूम के नल और टंकी को बंद करने के बाद भी पानी का बूंद-बूंद होकर गिरने से घर में नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) का वास होता है।
3.वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व दिशा पानी का टैंक रखने के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिशा में पानी का स्थान होने से धन का भंडार भरा रहता है।
4.वास्तु के अनुसार यदि घर की पूर्व दिशा में नाला हो तो यह शुभ माना जाता है, इससे वंश और धन की वृद्धि होती है। वहीं ईशान कोण में नाला बहुत ही अशुभ माना जाता है।