लखनऊ। सनातन धर्म (Sanatan Dharm) और हिंदुत्व को लेकर इन दिनों देश की राजनीति गर्म है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (SP leader Swami Prasad Maurya) और तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Tamil Nadu CM’s son Udhayanidhi Stalin) के बयानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) विपक्षी इंडिया गठबंधन को हिंदू विरोधी साबित करने में जुटी हुई है, लेकिन इस बीच योगी सरकार (Yogi Government) के एक मंत्री का शिवलिंग के पास हाथ धोने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। वीडियो में मंत्री कुछ ऐसा करते दिख रहे हैं, जिससे विपक्षी पार्टियां अब बीजेपी (BJP)पर हमलावर हो गई है है।
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देखें क्या है वायरल वीडियो में ?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो बाराबंकी के रामपुर स्थित पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर का है। वीडियो में योगी सरकार के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा के साथ जिले के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद हाथ जोड़े दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान मंत्री सतीश शर्मा पुजारी से इशारे में कुछ कहते हैं। इसके बाद वो उन्हें लोटा भर पानी देते हैं। इसके बाद मंत्री शर्मा शिवलिंग के पास हाथ धोते दिखाई दे रहे हैं। इस मामले ने अब सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया है और यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, ये घटना 27 अगस्त की है। इस दिन मंत्री सतीश शर्मा और कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद बाराबंकी जिले के बाढ़ प्रभावित रामनगर तहसील के हेमतापुर गांव गए थे। जहां उन्होंने प्रभावितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया था। इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
सपा-कांग्रेस हुई हमलावर
विपक्षी पार्टियों पर अक्सर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाने वाली बीजेपी अब इस मामले को लेकर निशाने पर है। इंडिया गठबंधन में शामिल सपा और कांग्रेस ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए जोरदरा हमला बोला है। पूर्व एमएलसी और सपा नेता सुनील सिंह यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए लिखा, लोधेश्वर शिवलिंग पर हाथ धोने वाला अधर्मी सतीश शर्मा योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री है और साथ में ब्राह्मणों के स्वघोषित इंपोर्टेड चेहरे भी खड़े हैं। यही काम यदि किसी अन्य जाति के नेता ने किया होता तो अब तक पाखंडी भाजपाई उसका निष्कासन करा चुके होते। वैसे बाबा चुप क्यों हैं?
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लोधेश्वर शिवलिंग पर हाथ धोने वाला अधर्मी सतीश शर्मा @myogiadityanath सरकार में राज्यमंत्री है और साथ में ब्राह्मणों के स्वघोषित इंपोर्टेड चेहरे भी खड़े हैं।
यही काम यदि किसी अन्य जाति के नेता ने किया होता तो अब तक पाखंडी भाजपाई उसका निष्कासन करा चुके होते।
वैसे बाबा चुप क्यों… pic.twitter.com/3dNbmH26tb— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 3, 2023
इसी प्रकार यूपी कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, योगी सरकार (Yogi Government) के मंत्री सतीश शर्मा शिवालय में शिवलिंग के अर्घ्य से सटाकर ही हाथ धो रहे हैं। बगल में एक और मंत्री जितिन प्रसाद खड़े होकर टकटकी निगाह से देख रहे हैं। धर्म के नाम पर, देवी-देवताओं के नाम पर राजनीति करने वाले और कुर्सी पर बैठने वाले इन नीचों के पास इतनी सामान्य सी बुद्धि भी नहीं कि शिवलिंग के समीप हाथ नहीं धोया जाता। इन दुर्बुद्धि वालों के लिए हमारी आस्था, हमारा विश्वास, हमारे देवी-देवता केवल राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के साधन मात्र हैं। उससे अधिक ना इन्हें ईश्वर में आस्था है, ना ही जनता की आस्था में विश्वास।
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विवाद बढ़ने के बाद मंत्री सतीश शर्मा सफाई देने उतरे
सोशल मीडिया पर ट्रोल होने और विपक्षी पार्टियों द्वारा घेरे जाने के बाद मंत्री सतीश शर्मा सफाई देने उतरे। उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा, बेवजह इसको राजनीतिक तूल दिया जा रहा है। उन्होंने पूजा पद्धति के बारे में बताते हुए कहा कि जल से, शहद से, दूध से अभिषेक करने के बाद शिवलिंग के पास वाली जगह पर हाथ में लगी सामग्री को हाथों से रख देते हैं। उसको कहीं और साफ नहीं करते हैं।
दिल्ली में भी शिवलिंग को लेकर मचा है बवाल
शिवलिंग को लेकर इन दिनों देश की राजधानी दिल्ली में भी बवाल मचा हुआ है। दरअसल, राजधानी जी20 समिट से पहले सड़कों के किनारे शिवलिंग जैसे फव्वारे लगाए गए हैं। इस पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी उपराज्यपाल पर हमलावर है। केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एलजी वीके सक्सेना पर हिंदुओं की भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिस पवित्र शिवलिंग पर हम अपने घरों और मंदिरों में जल चढ़ाते हैं। उसे सार्वनजिक स्थान पर फव्वारे के रूप में इस्तेमाल किया गया है। यह पाप है और उपराज्यपाल को देश से माफी मांगनी चाहिए।
मामला तूल पकड़ता देख एलजी विनय कुमार सक्सेना को सफाई देने सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा कि ये फव्वारे केवल सजावट की चीज है। शिवलिंग नहीं है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के हमले का जवाब देते हुए कहा कि अगर आप को उनमें भगवान दिखते हैं तो अच्छी बात है। देश के कण-कण में भगवान हैं। बता दें कि शिवलिंग को लेकर विवाद नया नहीं है। इससे पहले वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में जब कथित शिवलिंग की आकृति वाला एक ढांचा मिला था, तब भी खूब बवाल हुआ था। हिंदू पक्ष जहां उसे शिवलिंग बता रहा था। वहीं, मुस्लिम पक्ष और बीजेपी विरोध पार्टियां उसे महज एक फव्वारा करार दे रही थीं। उस दौरान भी शिवलिंग को लेकर काफी घटिया कमेंट किए गए थे।