पुलिस ने साधुओं के आधार कार्ड चेक किए। वहीं पूछताछ के आधार पर जांच पड़ताल की तो सारे आरोप गलत निकले। तीनों ही साधु हरियाणा राज्य के यमुनानगर के रहने वाले निकले हैं। उन्हें पुलिस ने छोड़ दिया है।
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उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में नाथ समुदाय के तीन साधुओं को लोगो ने फर्जी और संदिग्ध बताकर बंधक बना लिया। इसके लोगो ने साधुओं के साथ मारपीट की। इसके बाद लोग तीनों साधुओं को लेकर पुलिस के पास पहुंची। पुलिस ने साधुओं के आधार कार्ड चेक किया।
मेरठ में कल नाथ संप्रदाय के तीन साधुओं की मुस्लिम होने के शक में पिटाई हुई। उनसे महामृत्युंजय मंत्र, हनुमान चालीसा पूछा गया। नहीं बताने पर डंडे से पीटा गया। बच्चा चोर गैंग से जुड़े होने का भी इन पर आरोप लगा। पुलिस ने साधू तो छोड़ दिए, लेकिन पीटने वालों पर कोई एक्शन नहीं लिया। pic.twitter.com/W8ZEF9BYUg
— Arun (आज़ाद) Chahal
(@arunchahalitv) July 14, 2024
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के प्रह्लाद नगर में लोगों ने तीन साधुओं को पकड़ा। फर्जी साधु बनकर हिंदू समाज को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उन्हें घेर लिया और मारपीट भी गई। इसके बाद उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। लोगों ने बताया- एक साधु ने अपना नाम सोहन बताया। तलाशी लेने पर उसके पास से आधार कार्ड की कॉपी मिली।
इसमें उसका नाम शमीम दर्शाया गया।दूसरी की तलाशी में आधार कार्ड पर गौरव नाम दर्शाया गया मगर आधार कार्ड पर फोटो 15 साल के बच्चे की लगी हुई थी। पूछताछ में तीनों साधु यमुनानगर के बता रहे थे। लोगों ने तीनों साधुओं पर बच्चा चुराने का भी आरोप लगाया।
इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट जितेंद्र सिंह का कहना है,तीनों साधुओं को स्थानीय लोग और स्थानीय पार्षद अभिनव अरोड़ा लेकर आए थे। लोगों ने साधुओं को फर्जी बताया। लेकिन जांच में तीनों साधु नाथ समुदाय के मिले हैं।
तीनों के नाम गौरव, गोपी और सुनील है। तीनों ही साधु हरियाणा के यमुनानगर के दरवामाजिरी गांव थाना सदर निवासी हैं। गांव के प्रधान और स्थानीय पुलिस ने इनकी पहचान की सही पुष्टि भी की है। तीनों ही साधु घूमकर अपना जीवन यापन करते हैं। तीनों की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री भी नहीं है।