लखनऊ। यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया…आज ‘भव्य-नव्य-दिव्य‘ श्री अयोध्या जी को देखकर के हर व्यक्ति अभिभूत हैं। 31 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट अयोध्या में चल रहे हैं। इसमें धर्मपथ, श्रीराम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें 4 लेन की हो गई हैं। वहां पर रामघाट नया घाट नए स्वरूप में आ चुके हैं।
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साथ ही कहा, हमारी आस्था थी, नीति भी साफ थी और नीयत भी बहुत स्पष्ट थी…अगर मैं श्री अयोध्या जी व काशी गया हूं, तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं। श्री अयोध्या जी का भव्य दीपोत्सव जो आज राष्ट्रीय आयोजन बन चुका है, उसको शुरू करने का सौभाग्य हमारी यूपी सरकार को प्राप्त हुआ।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, आज श्री अयोध्या जी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। 14 से 15 फ्लाइट श्री अयोध्या जी से देश के अलग.अलग स्थानों को जा रही हैं। आज अयोध्या भव्य-दिव्य-नव्य रूप में आ गई है। अयोध्या देश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के साथ-साथ दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। अयोध्यापुरी को उस रूप में विकसित करने की एक नई तैयारी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हमारी सरकार ने अभी से यह व्यवस्था प्रारंभ की है कि हम लोग 2025 के कुंभ को भव्य और दिव्य रूप में आयोजित करेंगे। स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था के मॉडल को उसी रूप में आगे लेकर जाएंगे, जो 2019 में दिया गया था। साथ ही कहा, 2025 के प्रयागराज कुंभ के लिए हमारी सरकार सुविधाएं बढ़ाने जा रही है। 9 आरओबी बनाए गए हैं, नए सिविल टर्मिनल का कार्य किया गया। 250 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण का कार्य हुआ। 1.14 लाख शौचालयों का निर्माण हुआ।
उन्होंने कहा कि, श्री अयोध्या जी में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े ₹31 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट्स संचालित हैं या पूर्ण हो चुके हैं। आज हरिद्वार की हरि जी की पैड़ी की तरह दर्शन देखना हो तो श्री अयोध्या जी की राम जी की पैड़ी देखें, जहां दीपोत्सव का भव्य आयोजन होता है।
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पुलिस कमिश्नरेट की व्यवस्था शुरू की
हमने पुलिस कमिश्नरेट की व्यवस्था को लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, कानपुर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज में लागू किया। 75 जनपदों में साइबर सेल के थाने स्थापित करने की कार्यवाही को अंतिम रूप दिया गया। साथ ही कहा, प्रदेश में हमने 1 लाख 55 हजार 600 से भी अधिक पुलिसकर्मिकों की भर्ती की है, जिनमें से 22,670 केवल महिला कार्मिक हैं। 68,600 से भी अधिक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित है।