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जब सांसदों को निलंबित करना था तो अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ के नाम पर नई संसद क्यों बनवाई: अखिलेश यादव

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। संसद के दोनों सदनों से 141 सांसदों के निलंबन के बाद देशभर में सियासी पारा बढ़ा हुआ है। विपक्षी दलों की तरफ से इस मामले को लेकर लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। अ​ब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार पुरानी संसद में ही दो-तीन लोगों के लिए एक नया कमरा बनवा लेती क्योंकि इस सरकार में न तो किसी को प्रश्न पूछने दिया जाता है न कोई चर्चा करने दी जाती है।

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अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, जनता पूछ रही है जब सांसदों को निलंबित ही करना था तो फिर अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ के नाम पर नई संसद बनवाई ही क्यों? इससे अच्छा तो भाजपा सरकार पुरानी संसद में ही दो-तीन लोगों के लिए एक नया कमरा बनवा लेती क्योंकि इस सरकार में न तो किसी को प्रश्न पूछने दिया जाता है न कोई चर्चा करने दी जाती है और जो भी फ़ैसले होते हैं वो भी कुछ लोग ही करते हैं।

इसके साथ ही लिखा कि, अगर भाजपा सरकार जनता के प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकती है तो फिर जनता समझ ले अगला नंबर जनता का ही है। बता दें कि, संसद के शीतकालीन सत्र में आज फिर विपक्ष के सांसदों पर कार्रवाई हुई है। लोकसभा से आज फिर विपक्ष के 49 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले सोमवार को लोकसभा से 33 और राज्यसभा से 45 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया गया था। अभी तक संसद के दोनों सदनों से 141 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है।

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