Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गयी है। 25 नवंबर को राजस्थान में मतदान होगा। इससे पहले वहां पर चुनाव प्रचार तेज हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के भरतपुर में विजय संकल्प सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, अबसे ठीक एक हफ्ते बाद राजस्थान में मतदान होने वाला है। हर तरफ एक ही गूंज है, जन-जन की यही पुकार आ रही है भाजपा सरकार।
पढ़ें :- यह भ्रष्टाचार का बेहद ख़तरनाक खेल है...अडानी के मुद्दे पर राहुल गांधी ने साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोग यहां खुद को जादूगर कहते हैं। अब उन्हें राजस्थान की जनता कह रही है-3 दिसंबर कांग्रेस छू मंतर। एक तरफ भारत दुनिया में अग्रणी बन रहा है। दूसरी तरफ राजस्थान में बीते 5 वर्ष में क्या हुआ वो आप सब जानते हैं। कांग्रेस ने राजस्थान को भ्रष्टाचार, दंगों और अपराधों में अग्रणी बना दिया है। इसलिए राजस्थान कह रहा है-जादूगर जी कोनी मिले वोट जी।
उन्होंने कहा कि, ब्रज क्षेत्र में बड़ी मशहूर कहावत है-जा पत्तल में खानों, वा में छेद करनो।कांग्रेस ने यहां आपके साथ ऐसा ही किया है। यहां कांग्रेस सरकार की जिम्मेदारी थी कि वो हर नागरिक के जानमाल की सुरक्षा करे। लेकिन बीते 5 वर्षों में यहां बहनों-बेटियों, दलितों और वंचितों के साथ सबसे ज्यादा अपराध और जुल्म हुआ। होली, रामनवमी या हनुमान जयंती हो, कोई भी त्योहार आप लोग शांति से नहीं मना पाए। दंगे, पत्थरबाजी, कर्फ्यू राजस्थान में यही सब चलता रहा।
पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस जहां जहां आती है, वहां वहां आतंकवादी, अपराधी और दंगाई बेलगाम हो जाते हैं। कांग्रेस के लिए तुष्टिकरण ही सबकुछ है। कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, चाहे इसके लिए आपका जीवन तक दांव पर क्यों न लगाना पड़े। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने राजस्थान की महिलाओं के विश्वास को भी चकनाचूर कर दिया है। जो मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि महिलाएं रेप के फर्जी मामले दर्ज करवाती हैं। क्या वो महिलाओं की सुरक्षा कर सकता है? क्या ऐसे मुख्यमंत्री को एक मिनट भी कुर्सी पर रहने का हक है?
साथ ही कहा, महिलाओं को लेकर कांग्रेस की सोच कितनी गिरी हुई है, ये कांग्रेस के एक मंत्री के बयान से भी पता चलता है। महिला अत्याचार और उस मंत्री ने कहा कि ये इसलिए हो रहा है क्योंकि राजस्थान मर्दों के प्रदेश है। डूब मरो कांग्रेस के लोगों, क्या भाषा बोलते हो आप। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के शासन में दलितों के खिलाफ भी अत्याचार के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। कांग्रेस स्वभाव से ही दलित विरोधी है। अभी हाल ही में देश को पहला दलित मुख्य सूचना आयुक्त मिला, उनका नाम है हीरालाल सामरिया जी। ये आपके यहीं डीग गांव के रहने वाले हैं।
लेकिन कांग्रेस को एक प्रतिभाशाली दलित अधिकारी की नियुक्ति भी पसंद नहीं आई। कांग्रेस एक दलित अफसर को ऊंचे पद पर पहुंचते हुए देख ही नहीं सकती। ये वही कांग्रेस है जिसने रामनाथ कोविंद जी का विरोध किया था, जिसने बाबा साहब अम्बेडकर को हमेशा अपमानित किया।
पढ़ें :- महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस का बड़ा फैसला, नियुक्त किये पर्यवेक्षक