नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए देश की सबसे बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया है। पुलिस ने सबसे पहले डॉक्टर आदिल अहमद को 7 नवंबर को यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार किया। डॉ. आदिल की निशानदेही पर 7 नवंबर को एक अन्य डॉक्टर मुजाहिल शकील को पुलवामा (कश्मीर) से गिरफ्तार किया। दोनों की निशानदेही पर फरीदाबाद (Faridabad Terror Moduly) स्थित धौज गांव में किराए के एक मकान से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। देश के खिलाफ साजिश में एक बार फिर मुस्लिम के शामिल होने के बाद राजनीति गर्म हो गया है। बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने सवाल किया कि आतंकी मुस्लिम ही क्यों होते हैं? इस पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने पलटवार किया है।
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के बयान पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि गांधी जी को किसने मारा? इंदिरा जी को किसने मारा? राजीव गांधी जी को किसने मारा? आज भी गांधी जी की फोटो पर कौन सा सबसे बड़ी टेररिस्ट गोली मारता है, जो संसद भी गया था। गिरिराज जी इन सबका जवाब दें इसके बाद हम बात करेंगे।
दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदी सरकार और राज्य सरकार ने इसे पकड़ा है। हालांकि, यह मुंबई धमाकों से भी खतरनाक था। बाबा बागेश्वर की यात्रा चल रही है और लोग बड़ी संख्या में उनके साथ थे। अगर उन पर हमला होता, तो क्या होता? लेकिन, जब भी वे पकड़े जाते हैं, तो हमेशा एक ही समुदाय का व्यक्ति होता है। एक मुस्लिम डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है।
गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने विपक्षी नेताओं पर ऐसी घटनाओं पर चुप रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चाहे वह राहुल गांधी हों, लालू प्रसाद यादव हों, अखिलेश यादव हों या असदुद्दीन ओवैसी हों, उन्होंने इस पर कोई बयान जारी नहीं किया। यह निंदनीय है और लोगों को इसकी चिंता करनी चाहिए। यह देश के लिए एक चौंकाने वाली घटना है। जो लोग कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, मैं पूछना चाहता हूं कि पकड़े गए सभी आतंकवादी मुस्लिम धर्म से क्यों हैं? इसे हमेशा धर्म से जोड़ा जाता है, जैसे पहलगाम (आतंकी हमला) में हुआ। इससे पहले आज, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जांच के दौरान भारी मात्रा में आईईडी बनाने की सामग्री और गोला-बारूद बरामद किया।
बता दें कि हरियाणा के फरीदाबाद स्थित धौज गांव में किराए के एक मकान से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने संभवतः उत्तर भारत में होने वाले एक विनाशकारी आतंकी हमले को टाल दिया है। छापेमारी के दौरान पुलिस को लगभग 360 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट मिला, जो अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री है और IED बनाने के लिए प्रमुख घटक के रूप में इस्तेमाल होती है। पुलिस का कहना है कि यह सामग्री RDX नहीं है, लेकिन बहुत खतरनाक है और बड़े पैमाने पर विस्फोट करने में सक्षम हो सकती है।
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जांच के दौरान लगभग 5 किलो भारी धातु भी मिली, जिसका इस्तेमाल IED की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही 20 टाइमर, बैटरियां, 24 रिमोट, इलेक्ट्रिक वायरिंग और कई इलेक्ट्रॉनिक सर्किट भी बरामद हुए। इन सभी चीजों को एक साथ देखकर साफ है कि यह पूरा सामान कई उच्च क्षमता वाले IED तैयार करने के लिए इकट्ठा किया गया था।
अभी भी जारी है ऑपरेशन
फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सत्येंद्र गुप्ता (Faridabad Police Commissioner Satyendra Gupta) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पिछले कुछ दिनों से हरियाणा पुलिस (Haryana Police) , फरीदाबाद पुलिस (Faridabad Police) और जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) का एक संयुक्त अभियान लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन अभी भी जारी है और टीमें एक सक्रिय एंटी-टेरर मॉड्यूल पर काम कर रही थीं। उन्होंने पुष्टि की कि मुख्य आरोपी का नाम डॉ. मुजम्मिल है, जिसे 9-10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। सत्येंद्र गुप्ता (Satyendra Gupta) ने कहा कि हथियार कहां से आए और कैसे यहां तक पहुंचाए गए, यह फिलहाल जांच का विषय है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल अधिक जानकारी साझा करना संभव नहीं है।