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दुनिया के खूंखार आतंकी संगठन बोको हराम का सरगना अबुबकर शेकऊ ढेर, सात मिलियन डॉलर का था इनाम

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। दुनिया के खतरनाक आंतकी संगठन बोको हराम के सरगना अबुबकर शेकऊ ने आत्महत्या करने की खबर है। सूत्रों की मानें तो उसने खुद को बम से उड़ा लिया है। उसने दुश्मन संगठन इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस के जिहादी लड़ाकों के साथ लड़ते हुए ऐसा किया है। बता दें कि इससे पहले भी अबुबकर शेकऊ की मौत की खबर आ चुकी है, लेकिन इस बार इस्लामिक स्टेट ने एक ऑडियो जारी कर अबुबकर शेकऊ की मौत की पुष्टि की है।

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जानें कौन था अबुबकर शेकऊ?

दुनिया के कई आतंकी संगठनों का अलग-अलग देशों में खूनी खेल जारी है। आतंक और दहशत का ऐसा ही एक नाम था अबुबकर शेकऊ था, जिसने न जाने कितने बेगुनाहों की अफ्रीका में मौत के घाट उतार चुका है। अबुबकर शेकऊ आतंकी संगठन बोको हराम का सरगना था। बता दें कि मोहम्मद युसुफ ने बोको हराम की स्थापना साल 2001 में की थी। बोको हराम कट्टरपंथी इस्लाम को मानने वाला संगठन है और इस बात में यकीन करता है कि मुस्लिमों को पश्चिमी तौर-तरीकों से दूरी रखनी चाहिए।

इतना ही नहीं, इस संगठन का मानना है कि चुनाव में हिस्सा लेना पाप है। इस संगठन का ये भी मानना है कि लड़कियों का घर से बाहर निकलना भी वर्जित है। बता दें कि बोको हराम का अर्थ अंग्रेजी में है कि पश्चिमी शिक्षा पाप है। बोको हराम के संस्थापक मोहम्मद युसुफ की साल 2009 में पुलिस कस्टडी में मौत हो गई और उसके बाद अबुबकर शेकऊ आतंकी संगठन का सरगना बना। संगठन का शुरू से ही मकसद नाइजीरिया से सरकार या किसी भी तरह की सत्ता को हटाकर उसे पूरी तरह इस्लामिक स्टेट बनाना रहा है।

अबुबकर शेकऊ के सरगना बनने के बाद संगठन ने पूरे इलाके में बमबारी, लूट, अपहरण जैसे कई गैर कानूनी काम किए। साल 2014 में उसने नाइजीरिया के एक कस्बे को कब्जे में ले लिया और शरियत कानून के तहत उसे चलाने लगा। अपने संगठन और खुद के प्रचार के लिए अबुबकर शेकऊ अपने वीडियो बनाकर उसे वायरल करवाता था। उसका एक वीडियो 2012 में वायरल हुआ जिसमें कहते हुए उसे देखा गया कि मुझे कत्ल करने में ठीक वैसे ही मजा आता है जैसे मुर्गी काटने में?

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साल 2014 में आया चर्चा में

जबसे अबुबकर शेकऊ ने बोको हराम की कमान संभाली। तब से लगभग तीस हजार लोगों की जान गई और लगभग 3 लाख लोग बेघर हुए। अबुबकर शेकऊ तब चर्चा में सबसे ज्यादा आया जब उसने साल 2014 में नाइजीरिया के चिबोक शहर में करीब 300 लड़कियों को स्कूल से अगवा कर लिया। इसके बाद मशहूर हमारी लड़कियों को वापस करो का आंदोलन चला था। आज भी अपहृत लड़कियों में कई का पता तक नहीं चल सका है। उसके बाद अमेरिका ने अबुबकर शेकऊ को “वैश्विक आतंकवादी” घोषित किया और उसके सिर पर सात मिलियन डॉलर का इनाम रखा।

इधर, बोको हराम और इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस के बीच जंग होने लगी। अब, अबुबकर शेकऊ की मौत के बाद क्या बोको हराम खत्म हो जाएगा ? क्या इस आतंकी संगठन के लोग अब इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस में शामिल हो जाएंगे या संगठन का कोई नया मुखिया फिर से बनेगा, ये सवाल बना हुआ है। फिलहाल, राहत की बात ये है कि दुनिया का एक खूंखार आतंकी अब मर चुका है।

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