Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. योगी सरकार ने 12 हजार 909 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया , औद्योगिक विकास के लिए सर्वाधिक बजट आवंटित

योगी सरकार ने 12 हजार 909 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया , औद्योगिक विकास के लिए सर्वाधिक बजट आवंटित

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Government) ने यूपी विधानमंडल  मॉनसून सत्र (UP Legislature Monsoon Session) के दूसरे दिन विधानसभा में 12 हजार 909 करोड़ का अनुपूरक बजट (Supplementary Budget)  पेश किया है। वित्तमंत्री सुरेश खन्ना (Finance Minister Suresh Khanna) ने विधानसभा की कार्यवाही के दौरान अनुपूरक बजट (Supplementary Budget)  पेश कर दिया है। अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) का आकार मूल बजट का 1.6 प्रतिशत है। बजट में सर्वाधिक 7518 करोड़ रुपये औद्योगिक विकास के लिए आवंटित किया गया है।

पढ़ें :- UP Budget 2024 : दिल्‍ली-मेरठ रैपिड रेल के लिए 914 करोड़ का बजट, कानपुर-आगरा मेट्रो को 300 करोड़ से ज्यादा का तोहफा

वित्तमंत्री सुरेश खन्ना (Finance Minister Suresh Khanna) ने ऊर्जा विभाग के लिए 2000 करोड़ रुपये, परिवहन विभाग की बसों के लिए 1000 करोड़ रुपये, अमृत योजना के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बजट में कौशल विकास के लिए 200 करोड़ रुपये व रोजगार मिशन समिति के गठन के लिए 49.80 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

सीएम योगी ने दिया जवाब,  2016 के मुकाबले महिलाओं व बच्चों के यौन उत्पीड़न पर अपराध कम हुए

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने महिलाओं व बच्चों पर होने वाले यौन उत्पीड़न पर आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर जवाब देते हुए कहा कि इन मामलों में आरोपियों को सजा देने में यूपी देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश के हर जिले में एक महिला थाना बनाया गया है। अगर 2016 से तुलना की जाए तो प्रदेश में यौन उत्पीड़न के मामलों में साढ़े 17 प्रतिशत की कमी आई है। दुष्कर्म के मामलों में 25 प्रतिशत की कमी आई है। मुख्यमंत्री योगी विधान परिषद में सपा विधायक द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार महिला सुरक्षा के प्रति पूरी तरह गंभीर है। यही कारण है कि सरकार ने सत्ता में आते ही एंटी रोमियो स्क्वायड (Anti Romeo Squad) का गठन किया था और सबसे पहले इसका विरोध सपा ने ही किया था। उन्होंने कहा कि महिला और बाल अपराध निस्तारण में प्रदेश पहले नंबर पर है। प्रदेश के अंदर एक महिला थाना हर जनपद में स्थापित करने के साथ-साथ एक अतिरिक्त थाने की जिम्मेदारी भी महिला थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराया है। 2020 से हमारी सरकार प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान (Mission Shakti Abhiyan) को आगे बढ़ा रही है। मिशन शक्ति के अतंर्गत पिछले 7 वर्षों में हम लोगों ने करीब डेढ़ लाख पुलिस कर्मी की भर्ती की है। 2017 से पहले कुल 10,000 महिला पुलिस भर्ती हुई थी। 2017 से 2023 तक जो भर्तियां हुई हैं उसमें 20,000 महिला पुलिस की भर्ती हुई है। यानि आजादी के 70 वर्षों में जितनी भर्ती हुई उससे दोगुनी भर्ती पिछले 5 वर्षों में हुई है। ये सरकार महिला के सुरक्षा के प्रति गंभीर है।

पढ़ें :- UP Budget 2024: पीएम जनधन योजना में नौ करोड़ खातों के साथ यूपी देश में प्रथम राज्य बना,4 करोड़ 86 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड वितरित

रसोइयां, आंगनबाड़ी, बीसी सखी से जुड़ी महिलाओं को अतिरिक्त आय से जोड़ रही है सरकार

परिषदीय स्कूलों में रसोईयों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2012 से 17 तक प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और तब रसोईयों को जो मानदेय मिलता था वो 500 रुपए से भी कम था। आप लोगों ने दूसरा अन्याय उनके साथ ये किया कि जिनके बच्चे नहीं पढ़ेंगे उनको सेवा से हटा दिया जाएगा, वहीं इनके चयन में भी भेदभाव होता था। हमारी सरकार ने 2022 में उनके मानदेय को न्यूनतम 2 हजार रुपए किया। इन सभी ने कोरोना कालखंड में अपनी सेवाओं के माध्यम से शासन की योजनाओं को प्रत्येक परिवार तक पहुंचाने में अभिनंदनीय काम किया है। यही वजह है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री हों या आंगनबाड़ी सहयोगी हों, इन सबके मानदेय में वृद्धि भी की है और इन्हें टैबलेट से आच्छादित करने के साथ साथ अतिरिक्त आय का प्रावधान भी किया है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत सचिवालय का निर्माण किया है। इसका उद्देश्य ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गांव को ही स्वावलंबी बनाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। वहां पर कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में पंचायत सहायक रखा गया है। बीसी सखी रखी गई है, जो गांव के अंदर बैंकिंग लेनदेन का कार्य करती है। हमने 6 महीने के लिए उन्हें एक निश्चित मानदेय के साथ जोड़ा, लेकिन जब बैंक से उनका कमीशन बन गया तो वह अच्छी आय अर्जित कर रही हैं।

सुल्तानपुर की एक बीसी सखी अब तक साढ़े 15 लाख रुपए से अधिक का कमीशन प्राप्त कर चुकी है। पंचायत सहायक को भी हम 6 हजार रुपए प्रतिमाह देते हैं। साथ ही जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और खतौनी की नकल और अन्य सभी योजनाओं को जिनकी वह ऑनलाइन सर्विस उपलब्ध करा रहा है एक अतिरिक्त आय भी होती है।

पढ़ें :- UP Budget 2024 : अलीगढ़, मुरादाबाद, और चित्रकूट में बनेंगे एयरपोर्ट, कई शहरों में नई हवाई पट्टियां
Advertisement