आगरा। यूपी (UP) के आगरा जिले (Agra District) में महिला सुरक्षा को परखने के लिए शुक्रवार की रात एसीपी डॉक्टर सुकन्या शर्मा (ACP Dr Sukanya Sharma) पर्यटक बनकर ऑटो में निकलीं। सफेद टी-शर्ट और काली जींस पहनकर वह ऑटो में सवार होकर अकेले आगरा की सड़कों पर घूमकर देखती रहीं। सबसे पहले उन्होंने रात 11:30 बजे आगरा कैंट स्टेशन (Agra Cantt Station) पर पुलिस को मदद के लिए कॉल किया। कंट्रोल रूम के 112 नंबर (Control Room Number 112) पर फोन रिसीव होने के बाद उन्होंने कहा कि वह आगरा आई हुईं हैं। सुनसान रास्ता होने की वजह से घबरा रही हैं। उन्हें सहायता की जरूरत है।
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इस पर पुलिसकर्मी ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर खड़े होने के लिए बोला। तीन मिनट तक उनसे जानकारी ली। इसके बाद उनके पास पिंक पीआरवी का फोन आया। वह उनको सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए आने लगी। बाद में उन्होंने खुद को एसीपी बताया। इसके बाद उन्होंने वूमेन सेफ्टी ऑटो की पड़ताल की। उन्हें एक ऑटो मिला।
#PoliceCommissionerateAgra #एसीपी_महिला_अपराध डॉ. सुकन्या शर्मा द्वारा सादा वस्त्रों में अकेले ऑटो में बैठकर भीड़ भाड़ वाले संवेदनशील स्थानों का भ्रमण/निरीक्षण किया एवं स्वयं पीड़ित बनकर UP112 का प्रयोग कर, परखी इमरजेंसी सुरक्षा व्यवस्था#UPPCares https://t.co/DhitBSV99g pic.twitter.com/y4qCv8lB1j
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) September 28, 2024
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चालक ने किराया बताने के बाद उन्हें ऑटो में बैठा लिया। इसके बाद उनके आवास तक सुरक्षित पहुंच दिया। उन्होंने चालक से वूमेन सेफ्टी ऑटो के बारे में जानकारी ली। चालक ने बताया कि पुलिस ने उनका सत्यापन किया है। जल्द ही वर्दी और नंबर से वह ऑटो का संचालन करेंगे। पहले दिन पुलिस के रियलिटी चेक में पुलिसकर्मी पास हुए।
आधी रात को मदद की गुहार लगाने वाली ये महिला, असल में खुद एक महिला अधिकारी हैं। दरअसल, महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वाले मनचले, पर्यटकों के साथ ठगी करने वाले और रात में ड्यूटी करने वाले पुलिसवाले अब सावधान हो जाएं, क्योंकि एसीपी डॉक्टर सुकन्या शर्मा (ACP Dr Sukanya Sharma) आधी रात में भी सड़क पर उतर सकती हैं।रात के अंधेरे में महिलाओं की सुरक्षा पुलिस कैसे करती है और पर्यटकों को कैसे लपका जाता है? इसको परखने के लिए खुद आम पर्यटक बनकर आगरा की सड़कों पर ऑटो में एसीपी सुकन्या उतरीं।
ऐसे ही पता चलती है, जमीनी यकीकत
पुलिस के आधा अधिकारियों को कई बार जमीनी हकीकत को जानने के लिए खुद भी पहचान छिपाकर एक आम इंसान की तरह सड़कों पर उतरना पड़ता है। तब कहीं जाकर वो असल हालात से वाकिफ होते हैं। अगर पुलिस और प्रशासन ने अपना काम पूरी इमानदारी से करे, तो एक सुरक्षित प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से काम किया जा सकता है। ऐसा ही एक प्रयास एसीपी सुकन्या करती नजर आ रही है, जिसे सराहा जाना चाहिए।