Afghanistan bus accident : पश्चिमी अफगानिस्तान में हाल ही में पड़ोसी देश ईरान से निर्वासित शरणार्थियों को ले जा रही एक यात्री बस में एक ट्रक और मोटरसाइकिल से टक्कर के बाद आग लग गई, जिसमें 17 बच्चों सहित कम से कम 71 लोग मारे गए। खबरों के अनुसार , हेरात प्रांत की पुलिस ने मंगलवार को बताया कि दुर्घटना बस की “अत्यधिक गति और लापरवाही” के कारण हुई।
पढ़ें :- World Book of Records London में अब नीतीश कुमार का बजा डंका, भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में दर्ज की एक अद्वितीय उपलब्धि
प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ सईदी ने बताया कि यात्री अफ़ग़ान प्रवासी थे जो सीमावर्ती शहर इस्लाम क़ला में बस में सवार हुए थे। पुलिस के अनुसार, बस चालक ने तेज़ गति और लापरवाही से बस चलाकर इस त्रासदी के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।
ये वापस लौटने वाले लोग हाल के महीनों में ईरान से निर्वासित या बाहर निकाले गए अफगानियों की एक बड़ी लहर का हिस्सा हैं ।
बस हाल ही में ईरान से लौटे अफ़गान नागरिकों को लेकर राजधानी काबुल जा रही थी। उन्होंने आगे बताया कि सभी यात्री इस्लाम क़ला, एक सीमा पार बिंदु पर बस में सवार हुए।
यह दुर्घटना ईरान के गृह मंत्री एस्कंदर मोमेनी द्वारा की गई घोषणा के एक दिन बाद हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगले मार्च तक 800,000 और लोगों को देश छोड़ना होगा।
पढ़ें :- Modi-Putin Joint Statement : जब पुतिन ने कह दी पीएम मोदी के 'मन की बात', बोले-भारत के विकास की गाड़ी में रूस डालता रहेगा अपना तेल
1970 के दशक से लाखों अफ़ग़ान ईरान और पाकिस्तान भाग गए हैं-शुरुआत में 1979 में सोवियत कब्जे के दौरान और फिर 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद। ईरान में अफ़ग़ान प्रवासियों को अक्सर संस्थागत भेदभाव और बढ़ती शत्रुता का सामना करना पड़ता है।