लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पहले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Ramlala Pran Pratishtha Ceremony) में न्योता मिलने पर जाने की बात कर रहे थे,लेकिन जब उन्हें आमंत्रण मिला तो उसे ठुकरा दिया है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) नेता आलोक कुमार (Alok Kumar) जब राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह (Ram Mandir Pran Pratishtha) का आमंत्रण स्वीकार करने से इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं अलोक कुमार (Alok Kumar) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) में तीखी बहस भी हुई।
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इस संबंध में अलोक कुमार (Alok Kumar) ने बताया कि जब विश्व हिंदू परिषद ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से निमंत्रण को लेकर संपर्क किया तो उन्होंने इसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया। कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का कहना था कि वे किसी अजनबी से निमंत्रण पत्र स्वीकार नहीं करेंगे। अलोक कुमार ने कहा कि हमने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का पहले कहा था कि अगर उन्हें निमंत्रण मिलता है तो वह समारोह में जाएंगे। इसलिए उन्हें निमंत्रण भेजा गया। लेकिन अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कह रहे हैं कि भगवान राम बुलाएंगे तो वह जरूर जाएंगे, अगर ऐसे में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अयोध्या नहीं आते हैं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि भगवान राम भी चाहते हैं कि वे न आएं।
बताया जा रहा है कि जब विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) की ओर से जब अलोक कुमार (Alok Kumar) ने उन्हें न्योता देने गए तो उन्होंने कहा कि वे अलोक कुमार (Alok Kumar) को नहीं जानते हैं। निमंत्रण वे देते हैं जो एक दूसरे को जानते हैं। बता दें कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का उद्घाटन और राम लला प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) 22 जनवरी को किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देशभर की प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी (PM Modi) भी इस समारोह में शामिल होंगे।