लखनऊ। मौजूदा समय में बड़ी संख्या में लोग एंड्रॉइड फोन (Android phones) का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन एंड्रॉइड फोन के यूजर्स आम तौर पर 5 बड़ी गलतियां (5 big mistakes) करते हैं। ये गलतियां आगे चलकर उनके फोन की खराबी का कारण बनती हैं। ऐसे में अगर आप भी एक एंड्रॉइड यूजर्स हैं तो आपको 5 गलतियों से बचने की सलाह देंगे जिससे आपके के फोन के सीधा डिवाइस की परफॉर्मेंस (performance) पर कोई असर न पड़े।
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फेक ऐप्स का इस्तेमाल
गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर मौजूद कई ऐप्स फोन की क्लीनिंग का काम करते हैं। इसके अलावा ये ऐप्स फोन की बैटरी और रैम (Battery and RAM) बढ़ाने का दावा भी करते हैं। हालांकि ज्यादातर ऐप्स एकदम बेकार होते हैं। इनमें से कई में मैलवेयर भी हो सकते हैं। ये आपको एड दिखाते हैं और पैसे भी ऐठते हैं। इस तरह की ऐप्स को डिवाइस में डाउनलोड (downloaded) नहीं करना चाहिए।
अननोन सोर्सेज से ऐप्स इंस्टॉल करने से बचें
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कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई ऐप या गेम गूगल प्ले स्टोर (Google Play) पर नहीं मिलता है, तो लोग उन्हें किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट (Third Party Website) से एपीके फाइल (APK File) के माध्यम से डाउनलोड (Download) कर लेते हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि इन वेबसाइट्स पर ऐप्स वेरिफाइड नहीं होते हैं। इनमें स्पाईवेयर (Spyware) हो सकते हैं जिससे आपकी प्राइवेसी (privacy) को खतरे में पड़ सकती हैं। ऐसे में थर्ड पार्टी वेबसाइट (Third Party Website) से ऐप डाउनलोड न करें।
ऐप्स को अनावश्यक अनुमतियां न दें
जब आप कोई ऐप इंस्टॉल (app install) करते हैं तो वह ऐप अनुमति मांगता है। जिसमें एक गैलरी ऐप आपकी तस्वीरों का एक्सेस मांगेगी (Will ask for access) या मैसेजिंग ऐप (messaging app) आपके कॉन्टैक्ट्स का एक्सेस भी शामिल हो सकता है। लेकिन अगर गैलरी ऐप आपके कॉटैक्ट का एक्सेस मांगे तो सावधान हो जाएं। कई ऐप्स अनुमति एड के लिए मांगते हैं जबकि कई आपकी जासूसी के लिए। ऐसे में इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि जो परमीशन आप दे रहे हैं, उसकी जरूरत आपकी ऐप को है या नहीं। किसी भी ऐप को अनावश्यक अनुमतियां देना खतरनाक साबित हो सकता है।
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ऐप्स और ब्राउजर में संदिग्ध विज्ञापनों पर टैप न करें
लोगों की आदत होती है कि वह ऐप्स और ब्राउजर पर आने वाले विज्ञापनों पर टैप कर देते हैं। ऐसा करना मुश्किल में डाल सकता हैं। विज्ञापन लगभग सभी ऐप्स और वेबसाइटों का हिस्सा हैं और वे डेवलपर्स और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए इनकम का भी सोर्स हैं। लेकिन कुछ ऐप्स और वेबसाइट्स में किसी विज्ञापन पर टैप करने से आपकी डिवाइस में वायरस आ सकता है। धोखेधड़ी करने वाले आमतौर पर ऐसे विज्ञापनों का इस्तेमाल करते हैं जो ऐसी डील्स दिखाते हैं जिससे लोगों को लालच आ जाता है। लेकिन ये एड आपकी जानकारी के साथ पैसे भी चुरा सकते हैं।
ऐप्स को बार-बार बंद करने से बचें
एंड्रॉइड फोन में सभी डिवाइस के प्रोसेस को मैनेज करने के लिए एक अफेक्टिव मैकेनिज्म होता है जोकि सभी बैकग्राउंड्स ऐप्स समेत बैटरी खपत को मैनेज करता है। ऐसे में अगर आप ऐप को मैनुअली बंद करते हैं तो मेमोरी भी रिमूव हो जाती है और जब अगली बार ऐप को खोलते हैं तो वह ओपन होने में ज्यादा समय लेती है। ऐसे में कुछ ऐप्स को बैकग्राउंड में ओपन रखने पर भी कोई दिक्कत नहीं होती। ऐसे में जो भी ऐप्स आप लगातार इस्तेमाल करते हैं उन्हें बैकग्राउंड से बंद न करें।