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Atiq-Ashraf Murder Case : कोर्ट का योगी सरकार से ‘सुप्रीम सवाल’ ,अतीक-अशरफ की गाड़ी सीधे अस्पताल क्यों नहीं गई?

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad)  और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या की जांच की मांग से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तीन हफ्ते बाद सुनवाई करेगा। याचिका में पुलिस की मौजूदगी में अतीक-अशरफ  हत्या (Atiq-Ashraf Murder) की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति गठित करने की मांग की गई है।

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मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने योगी सरकार (Yogi Government) से पूछा कि माफिया भाइयों अतीक और अशरफ को ले जा रही गाड़ी को सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया? इस पर यूपी सरकार (UP Government) ने बताया कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक आयोग नियुक्त किया है। यूपी सरकार (UP Government)  की ओर से मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में पक्ष रखा। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि हमने घटना टीवी पर देखी है। दोनों को गाड़ी से सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। उनकी परेड क्यों कराई जा रही थी?

यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी

जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने झांसी में अहमद के बेटे असद की पुलिस मुठभेड़ पर भी यूपी सरकार (UP Government)  से रिपोर्ट मांगी। असद को 13 अप्रैल को यूपी पुलिस की एक विशेष टास्क फोर्स (STF) टीम ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। दो दिन बाद अतीक अहमद और अशरफ को मीडियाकर्मी बनकर आए तीन लोगों ने गोली मार दी थी।

अब मामले में तीन हफ्ते बाद सुनवाई होगी

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घटना उस वक्त हुई, जब उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच स्वास्थ्य जांच के लिए प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकील अधिवक्ता विशाल तिवारी ने याचिका दायर की है। याचिका में 2017 से उत्तर प्रदेश में हुई 183 मुठभेड़ों की जांच की मांग की गई है। अब मामले में तीन हफ्ते बाद सुनवाई होगी।

पूर्व आईपीएस ने भी दाखिल की थी लेटर पिटिशन

पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Former IPS officer Amitabh Thakur) ने भी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में लेटर पिटिशन दाखिल करके अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके भाई की हत्या मामले की सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  या हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच (CBI Investigation) कराने की मांग की थी। अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने याचिका में कहा था कि भले ही अतीक अहमद और उसका भाई अपराधी हों मगर जिस तरह से उनकी हत्या हुई, उससे इस घटना के राज्य पोषित होने की पर्याप्त संभावना दिखती है।

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