मुंबई। मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड (Baba Siddiqui Murder Case) में यूपी के दो शूटरों का नाम सामने आ रहा है। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों कैसरगंज कोतवाली (Kaiserganj Kotwali) के गंडारा गांव (Gandara Village) के रहने वाले थे। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। एसपी वृंदा शुक्ला (SP Vrinda Shukla) ने बताया की दोनो का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। यह दोनों ही सामान्य परिवार के लोग हैं। अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ जुड़े हुए भी थे। पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है।
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महाराष्ट्र में अजित पवार (Ajit Pawar) के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, इस हत्याकांड को लेकर नया दावा सामने आया है। रिपोर्ट्स में दावा किया है कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या के लिए पटाखों का फायदा उठाया। दरअसल, दशहरे के मौके पर जब बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) अपने बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे तभी उनकी हत्या की गई।
मुंबई में पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या करने वाला धर्मराज कश्यप बहराइच का रहने वाला है। अपने कुछ महीनों पहले अपने साथी शिवा गौतम के साथ मुंबई काम तलाशने गया था। मुंबई में हुए इस हाईप्रोफाइल मर्डर में उसका नाम सामने आने के बाद बहराइच पुलिस (Bahraich Police) ने उसके बारे में छानबीन की तो कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला। फिलहाल पुलिस उसके बारे में गहनता से पता लगा रही है।
वहीं दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या का यूपी लिंक सामने आने के बाद एसटीएफ (STF) की सारी यूनिट्स को अलर्ट कर दिया गया है। दरअसल, वारदात में शामिल एक शूटर मौके से भाग गया था। बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) की हत्या के लिए यूपी के अंडरवर्ल्ड की मदद लेने की आशंका जताई जा रही है, जिसकी वजह से एसटीएफ (STF) इसकी टोह लेने में जुट गई है।
एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश (ADG Law and Order Amitabh Yash) ने बताया कि अभी मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने एसटीएफ (STF) से संपर्क नहीं किया है, लेकिन धर्मराज और उसके साथी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दरअसल, एसटीएफ (STF) को शक है कि धर्मराज किसी संगठित गिरोह से जुड़ा था, जिसके बाद उसे किसी खास काम से मुंबई भेजा गया। दरअसल, वारदात के दौरान धर्मराज का किसी पेशेवर शूटर की तरह पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना उसके किसी गिरोह से जुड़े होने का संदेह पुख्ता कर रहा है।
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मजदूरी करने गया था
हमारे बहराइच कार्यालय (Bahraich Office) के अनुसार धर्मराज कश्यप और शिवा गौतम कैसरगंज कोतवाली (Kaiserganj Kotwali) के गंडारा गांव (Gandara Village) के रहने वाले हैं। एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला (SP Bahraich Vrinda Shukla) ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड फिलहाल नहीं मिला है। दोनों सामान्य परिवार के हैं और मजदूरी करने मुंबई गए थे। दोनों के बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं।