पटना। बिहार के गया जिले में शुक्रवार को तकनीकी खराबी के कारण भारतीय सेना का लाइट एयरक्राफ्ट अनियंत्रित होकर खेत में जा गिरा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाइट एयरक्राफ्ट संख्या एएडब्लू एम-102 पर ट्रेनिंग के लिए दो पायलट सवार थे। इस हादसे में दोनों पायलट बाल-बाल बच गए हैं।
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खेत में विमान गिरने की सूचना मिलने ही पास के गांव से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा होने लगे। तो वहीं, पायलट इस बात को लेकर परेशान थे कि विमान को खेत से बाहर कैसे निकाला जाए? इस काम में ग्रामीणों ने खेत में गिरे विमान को कंधे पर लादकर मुख्य मार्ग पर लाकर रख दिया। इसके बाद सेना के जवान दुर्घटनाग्रस्त विमान को वैन के माध्यम से उठाकर लेकर गए।
सेना के जवान परेशान थे की तकनीकी खराबी के कारण जो हेलीकॉप्टर बीच खेत में उतर गया या कहें गिर गया उसको कैसे निकाला जाए?
गांव वालों को आवाज दी। गांव वाले आए। कंधे पर उठाकर #हेलीकॉप्टर को मेन रोड पर पहुंचा दिए।
तो यह है #बिहार उड़ती चिड़िया को हल्दी लगाना आता है pic.twitter.com/kT744qWcME
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— Rishikesh Kumar (@rishhikesh) January 28, 2022
मिली जानकारी के अनुसार आर्मी कैंट एयरपोर्ट के पास ट्रेनिंग के दौरान विमान उड़ान भरता है, लेकिन उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही विमान में तकनीकी खराबी आ गई है। वह अनियंत्रित होकर खेत में गिर गया है। विमान को गिरता देखकर आस-पास के ग्रामीण खेत में पहुंचने लगे हैं। इस दौरान विमान में सवार दोनों पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। कुछ देर में सेना के जवान भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
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प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय ग्रामीण देवानंद चौधरी ने बताया कि उन्होंने सेना का विमान अचानक खेत में गिरते हुए देखा। विमान में सवार दो पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं। गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक बंगजीत साहा ने पत्रकारों को बताया कि शुक्रवार को ओटीए का विमान उड़ान भरने के बाद अनियंत्रित हो गया और पायलट ने आपातकालीन स्थित में खेत में विमान को उतारा है। उन्होंने कहा कि तकनीकी जांच के बाद इमरजेंसी लैंडिंग के कारण का पता चलेगा।
गया-बोधगया मुख्य सड़क मार्ग पर पहाड़पुर गांव के समीप स्थित आर्मी कैंट विमानतल के पास नियमित प्रशिक्षण के दौरान विमान ने उड़ान भरी थी। उन्होंने बताया कि थोड़ी ही देर में सेना के कई जवान आ गए। विमान के पुर्जे खोलकर एक वाहन में ले गए। चौधरी ने बताया कि जिस जगह पर विमान गिरा वह बोधगया प्रखंड के बगदाहा गांव के बेली आहार कहलाता है।