पढ़ें :- World Book of Records London में अब नीतीश कुमार का बजा डंका, भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में दर्ज की एक अद्वितीय उपलब्धि
ल्हासा पहुंचे चीनी राष्ट्रपति का विभिन्न जातीय समूहों के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर लोग फूलों के गुलदस्ते लहराते और पारंपरिक नृत्य करते नजर आए।
चीन ने तिब्बत पर नियंत्रण और बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें तिब्बत और उत्तर-पश्चिमी शिनजियांग को जोड़ने वाली बड़ी रेलवे परियोजना की घोषणा भी शामिल है।
राष्ट्रपति जिनपिंग का यह दौरा दलाई लामा के उस बयान के दो महीने बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका उत्तराधिकारी उनका कार्यालय चुनेगा, न कि चीन।
हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में हान चीनी (चीन की बहुसंख्यक जाति) को तिब्बत में बसाया गया। तिब्बत लगभग पूरी तरह विदेशी पत्रकारों और यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया। हजारों तिब्बती बच्चों को उनके परिवारों से अलग कर बोर्डिंग स्कूलों में भेजा गया, जहां उन्हें चीनी (मैंडरिन) भाषा में शिक्षा दी जाती है। इसके अलावा, यहां कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण से बाहर किसी भी राजनीतिक या सांस्कृतिक गतिविधि पर रोक है।