Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय क्रिकेट टीम की एक और दीवार ढह गयी है- टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लीबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पुजारा की उन दिग्गज बल्लेबाजों में होती रही है, जो टेस्ट में मुश्किल परिस्थितियों में मैदान पर टीम की ढाल बनकर एक छोर को संभाले रखते थे। हालांकि, डब्ल्यूटीसी 2023 फाइनल में हार के बाद पुजारा को टीम में वापसी का मौका नहीं मिला। उनके संन्यास पर बीसीसीआई और वर्तमान हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रतिक्रिया दी है।
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पुजारा के संन्यास पर कोच गंभीर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘जब तूफ़ान आया, तब वे डटे रहे, जब उम्मीदें धूमिल हो रही थीं, तब उन्होंने संघर्ष किया। पुज्जी, बधाई हो!’ बीसीसीआई ने एक्स पर लिखा, ‘टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले अब तक के सबसे साहसी और बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक! चेतेश्वर पुजारा – शानदार टेस्ट करियर के लिए बधाई और आगे के सफर के लिए शुभकामनाएं!’ बोर्ड ने इससे पहले रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरे शतक और 2012 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 159 रनों की पारी का वीडियो शेयर किया है।
सोशल मीडिया पर पुजारा ने किया संन्यास का ऐलान
चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को एक्स पोस्ट में लिखा, ‘भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना, और हर बार मैदान पर कदम रखते ही अपनी पूरी कोशिश करना – इसका असली मतलब शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। लेकिन जैसा कि कहते हैं, हर अच्छी चीज़ का अंत होना ही होता है, और अपार कृतज्ञता के साथ मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद!’
बता दें कि 37 वर्षीय पुजारा ने 2010 में डेब्यू के बाद भारत के लिए 103 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले। उन्होंने 43.60 की औसत से 19 शतकों और 35 अर्धशतकों सहित 7,195 टेस्ट रन बनाए। एक दशक से भी ज़्यादा समय तक, वह भारत के सबसे भरोसेमंद नंबर 3 बल्लेबाज़ रहे और घरेलू और विदेशी ज़मीन पर टीम की कुछ सबसे बड़ी टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाई। उनका आखिरी टेस्ट मैच जून 2023 में ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल था।