लखनऊ। मायावती सरकार में हुए स्मारक घोटाले में शामिल अफसरों के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने कार्रवाई की है। विजिलेंस ने राजकीय निर्माण निगम के चार तत्कालीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पढ़ें :- Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस ने अशोक गहलोत को अमेठी और भूपेश बघेल को रायबरेली का नियुक्त किया पर्यवेक्षक
सूत्रों की माने तो विजिलेंस की टीम जल्द ही राजकीय निर्माण निगम, एलडीए समेत अन्य विभागों के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। बता दें कि, यूपी में मायावती सरकार के दौरान 2007 से 2011 के दौरान लखनऊ और नोएडा में स्मारक बनाए गए।
इस दौरान जमकर लूट खसोट भी हुई, जिसकी जांच विजिलेंस कर रही है। इसी जांच के क्रम में शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने वित्तीय परामर्शदाता विमलकांत मुद्गल, महाप्रबंधक तकनीकी एसके त्यागी, महाप्रबंधक सोडिक कृष्ण कुमार, इकाई प्रभारी कामेश्वर शर्मा को गिरफ्तार किया है।
इन चारों से टीम पूछताछ कर रही है। इस मामले आज कोर्ट में पेशी भी होनी है। गौरतलब है कि, मायावती सरकार में स्मारक घोटाल हुआ था। इसमें स्मारकों में लगे पत्थरों की खरीद में जमकर धांधली की गयी थी।