Committee on One Nation One Election: ‘एक देश, एक चुनाव’ की संभावनाओं को तलाशने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता में गठित आठ सदस्यीय कमेटी में विपक्ष के नेताओं को भी शामिल की गया है। हालांकि, कांग्रेस ने अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को शामिल न किए जाने पर आपत्ति जतायी है।
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कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (Congress General Secretary KC Venugopal) ने कहा, ‘एक साथ चुनाव पर बनी उच्च स्तरीय कमेटी और कुछ नहीं बल्कि भारत के संसदीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का एक व्यवस्थित प्रयास है।’ उन्होंने कहा, ‘संसद का चौंकाने वाला अपमान करते हुए भाजपा ने राज्यसभा के सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे (Rajya Sabha MP Mallikarjun Kharge) के बजाय एक पूर्व नेता प्रतिपक्ष को समिति में नियुक्त किया है। वे अडानी मेगा घोटाले, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि और अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह नौटंकी कर रहे हैं।’ कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि आखिर खड़गे को बाहर करने के पीछे क्या कारण है?
बता दें कि एक राष्ट्र, एक चुनाव पर गठित कमेटी में रामनाथ कोविंद के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary), राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad), वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह (NK Singh), लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष सी कश्यप (Subhash C Kashyap), वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे (Harish Salve) और पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी (Sanjay Kothari) का नाम शामिल हैं। वहीं, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कमेटी में शामिल होने से इनकार कर दिया है।