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D.El.Ed Paper Leak : एसटीएफ ने अलीगढ़ से दो सगे भाइयों पुष्पेंद्र और धर्मेंद्र को दबोचा, 3500 रुपये में बेचे सॉल्व पेपर, नकल माफिया आदित्य भी अरेस्ट

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊः डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन ( D.El.Ed ) का पेपर लीक कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ ने अलीगढ़ से दो सगे भाइयों पुष्पेंद्र और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया है। डीएलएड परीक्षा 2025 के पहले और तीसरे सेमेस्टर का पेपर लीक करा कर आरोपियों ने यूपीआई पर पेमेंट ली थी। पुष्पेंद्र कुमार बीएड कर चुका है। उसका भाई धर्मेंद्र बीटीसी, एमए करने के बाद निजी कॉलेज में डीएलएड का टीचर है। टेलीग्राम ऐप पर पुष्पेंद्र की नितेश पांडे नाम के युवक से दोस्ती हुई थी।

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नितेश ने पुष्पेंद्र से डीएलएड का पेपर लीक कराने की बात कही थी। नितेश से पुष्पेंद्र को डीएलएड अक्टूबर 2025 में पहले और तीसरे सेमेस्टर का पेपर मिला था। पुष्पेंद्र ने अपने भाई धर्मेंद्र से इस पेपर को सॉल्व कराया। टेलीग्राम ऐप पर एक ग्रुप बनाकर सैकड़ों परीक्षार्थियों को 3500 रुपए प्रति परीक्षार्थी सॉल्व पेपर पुष्पेंद्र ने बेचा। पुष्पेंद्र ने अपने यूपीआई पर ली थी परीक्षार्थियों से पेमेंट। आरोपियों से सॉल्व पेपर और यूपीआई पेमेंट की डिटेल बरामद।

आदित्य नारायण इंटर कॉलेज में सेमेस्टर परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए अभिषेक यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। चंदौली जिले के चकिया स्थित आदित्य नारायण इंटर कॉलेज में सेमेस्टर परीक्षा में नकल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। वाराणसी एसटीएफ टीम ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर उसे कॉलेज के पास से दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी सकलडीहा थाना क्षेत्र के दिवाकरपुर गांव का रहने वाला है। वह परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करके उनके व्हाट्सएप पर भेजकर मदद करता था। जिले में सेमेस्टर वाइज परीक्षा सोमवार को हो रही थी।

पेपर सॉल्व कर व्हाट्सएप पर भेजता था आदित्य

चकिया के आदित्य नारायण इंटर कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। जहां परीक्षार्थियों को नकल करने के लिए अभिषेक यादव कॉलेज के बाहर व्हाट्सएप से परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र का हल करके भेजता था। इस बात की सूचना वाराणसी के एसटीएफ टीम को मिली, जिस पर एसटीएफ निरीक्षक अमित श्रीवास्तव अपने टीम के साथ चकिया स्थित आदित्य नारायण इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र के समीप से आरोपी अभिषेक यादव को गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से परीक्षा संबंधित प्रश्न पत्र और मोबाइल बरामद हुआ है, जिससे वह परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करके उनके व्हाट्सएप पर भेजता था। उन्होंने बताया कि अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह डीएलएड का छात्र है, इसकी जान पहचान किसी अरुण नामक व्यक्ति से हो गई थी। अरुण व्हाट्सएप के माध्यम से परीक्षा के आधा घंटा पूर्व ही डीएलएड का पेपर भेज देता था, जिसे अभिषेक 22 परीक्षार्थियों का व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजता था। गिरफ्तार आरोपी सकलडीहा थाना क्षेत्र के दिवाकरपुर गांव का रहने वाला है।

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प्राथमिक जांच में स्पष्ट हुआ कि यह प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही लीक किया गया था। पूछताछ के दौरान अभिषेक यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसे यह प्रश्न पत्र एक व्यक्ति अरुण के माध्यम से व्हाट्सएप पर मिलता था। अरुण हर पेपर की कॉपी परीक्षा शुरू होने से लगभग 30 मिनट पहले भेज देता था।

प्रति पेपर 2000 रूपए वसूलता था आरोपी

अभिषेक ने बताया कि वह यह प्रश्न पत्र अपने द्वारा बनाए गए 22 सदस्यों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर देता था। इस सेवा के बदले वह प्रत्येक सदस्य से प्रति पेपर ₹2,000 रुपये वसूलता था। कुछ सदस्य ₹1,000 या ₹1,500 रुपये देते थे, जबकि अभिषेक कुल मिलाकर लगभग ₹10,000 रुपये अरुण को भेज देता था और बाकी रकम अपने पास रख लेता था। अभिषेक और उसके साथियों का तरीका भी काफी संगठित था।

प्रश्न पत्र मिलने के बाद वे मिलकर उत्तर तैयार करते थे, उन्हें चिट या नोट्स के रूप में लिख लेते थे और फिर परीक्षा हॉल में उन चिटों को लेकर प्रवेश करते थे। इस तरह वे परीक्षा में आसानी से नकल कर पास होने की कोशिश करते थे।

पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी पुलिस

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चकिया पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और अब साइबर सेल की मदद से पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि अरुण नामक व्यक्ति कहां से प्रश्न पत्र लीक करता था और क्या इस मामले में परीक्षा विभाग या अन्य किसी कर्मचारी की संलिप्तता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह डी.एल.एड परीक्षा लीक प्रकरण शिक्षा तंत्र में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही इससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

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