Darjeeling amazing: काम काज के तनाव से दूर परिवार के संग खुशियों के पल जीने के लिए प्रकृति की गोद में जाना सबसे सुखद है। वैसे तो पूरे भारतवर्ष में घूमने फिरने के लिए सैकड़ों ऐसी जगह हैं जहां की सुन्दरता आपका मन मोह मोह लेगी। इन्हीं खूबसूरत वादियों में एक लुभावनी जगह है दार्जिलिंग।
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दार्जिलिंग डेस्टिनेशन इतना खूबसूरत है कि इसे ‘पहाड़ों की रानी’ भी कहा जाता है। यह भारत के प्रमुख हिल स्टेशनों में से एक है। यहां चाय के हरे-भरे बागानों और पहाड़ों की सुंदरता शब्दों में बयां नहीं की जा सकती है। सुंदर वादियों के बीच घूमने आएं लोग यहां से खूबसूरत यादें ले कर जाते हैं। समुद्र तल से 2 हजार 200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पश्चिम बंगाल का हिल स्टेशन दार्जिलिंग टूरिस्ट्स के बीच काफी फेमस है और यहां सालों भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
ताजी हवा और सूर्योदय का दृश्य
यदि आप कंचनजंगा की जुड़वां चोटियों से टकराते हुए सूरज की पहली किरणों को देखना चाहते हैं, साथ ही साथ खड़ी चोटियों के माध्यम से एवरेस्ट के मनोरम दृश्य को देखना चाहते हैं, तो टाइगर हिल्स आपके लिए एक आदर्श सूर्योदय समय है। आप दक्षिण में कुरसेओंग को कई नदियों के साथ बहते हुए देख सकते हैं। सेंचल वन्यजीव अभयारण्य एक और नजदीकी आकर्षण है जिसे आप देख सकते हैं। यह स्थान विभिन्न उच्च ऊंचाई वाले जानवरों और पक्षियों का निवास है।
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चाय बागान पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है
दार्जिलिंग अपने कई प्रकार की चाय के स्वाद लिए पूरे देशभर में फेमस है। चाय बागान पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। यहां चाय बगान पूरे शहर को और भी ज़्यादा खूबसूरत बना देती है। यहां के अनोखे चाय गार्डन के कारण टूरिस्ट यहां रूकने को मजबूर हो जाते हैं और देखते हैं की चाय हमारे आप तक कैसे पहुंचती है। यहां पर ज़्यादातर गोरखा, तिब्बत, बंगाली, बिहारी और चाइनिज लोग आपको देखने को मिलेंगे।
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टॉय ट्रेन से दिखते हैं अद्भुत नजारे
दार्जिलिंग (Darjeeling) में टूरिस्टों को लुभाने वाली दार्जिलिंग टॉय ट्रेन में बैठ कर घाटियों बादियों के नजारे देखना अद्भुत लगता है। तमाम खासियतों को अपने में समेटे विक्टोरिया युग की अद्भुत लोको इंजीनियरिंग ट्रेन यूनेस्को की धरोहर श्रेणी में आती है।