Dental Health: कई लोगों को दांतों या मसूड़ों से खून आना या फिर कैविटी, मसूड़ों में सूजन जैसी कई समस्याएं होती है। इसके बावजूद ऐसे लोग इसे नजरअंदाज करते रहते हैं ऐसे में एक दिन ऐसा आता है जब खाने पीने में दिक्कत आने लगती है।
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इसके अलावा भी कई समस्याएं होने लगती है जैसे कुछ ठंडा या गर्म खाते समय अचानक से दांतों में तेज झंझनाहट होने लगती है। इसके अलावा पायरिया, कैविटी, दांतों में कीड़ा लगना, मसूड़ों से खून आना दांत और मसूड़ों के कमजोर होने लगते है।
आपकी बत्तीसी मसूड़ों पर टीकी होती है। अगर मसूड़े कमजोर होने लगे तो दांत भी जवाब दे देंगे। लगातार मसूड़ों की समस्याओं को नजरअंदाज करते रहने से जिंजीविटिस, पेरिओडॉन्टिटिस, मसूड़ों की सूजन और मसूड़ों में खून आना और मसूड़ों में प्योरिया जैसी भंयकर बीमारिय़ों होने का खतरा बढ़ जाता है।
सीडीसी के अनुसार आपको अपने मसूड़ों को स्वास्थ्य और मजबूत बनाने के लिए इन उपायों को जरुर करना चाहिए।
दिन में दो बार अच्छे से ब्रश करें। फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट का चुनाव करें। यह ऐसा खनिज है जो इनेमल को मजबूत करता है और दांतों को कैविटी से बचा कर रखने में हेल्प करता है। आप अपने दांतों को साफ करने के लिए इलेक्ट्रिक ब्रश का भी यूज कर सकते है। यह दांतों पर जमी प्लेक को हटाने में मदद करता है। दांतों और मसूड़ों पर जमी गंदगी और खाद्य कणों को हटाने के लिए दिन में एक बार फ्लॉस करें।
कई बार दांतों के बीच में टूथब्रश नहीं पहुंच सकता। आप कुछ भी खाने के बाद फ्लॉसिंग जरुर करें। इसके अलावा दांतों को ब्रश करने के बाद फ्लोराइड वाला माउथवॉश जरुर यूज करें।माउथवॉश न केवल बैक्टीरिया और खाद्य कणों को खत्म करता है बल्कि दांतों के इनेमल की भी सुरक्षा करता है।
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अगर आपको मसूड़ों और दांतों वाली समस्याएं है तो मीठे, स्टार्च और चबाने वाले फूड्स का सेवन कम करें। इससे दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी बढ़ सकती है। फाइबर वाले फूड्स जैसे सेब, अजवाइन और हरी पत्तेदार सब्जियां मुंह के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
दांतों और मसूड़ों को हेल्दी रखने के लिए सिर्फ ब्रश करना ही जरुरी नही है बल्कि खाने के बाद हमेशा पानी से कुल्ला करना भी जरुरी है। कुल्ला करने से दांतों के बीच और मसूड़ों पर जमा खाने के कणों को साफ किया जा सकता है।