करेले की कड़वाहट की वजह से बच्चे हो या बड़े नाक मुंह बनाने लगते है। लेकिन क्या आप जानते है करेला सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से शरीर के अंदर जमा गंदगी को बाहर निकाल फेंकता है। इतना ही नहीं शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है।
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डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर के मरीजों को डॉक्टर हमेशा करेले का सेवन करने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे खाने से ब्लड में शुगर के लेवल को नीचे लाने में मदद मिलती है। करेला न सिर्फ शुगर को कंट्रोल करता है, बल्कि आपके एनर्जी के लेवल को भी बढ़ाता है। इसके अलावा वजन घटाता है और शरीर के अंदर जमी गंदगी को बाहर निकालने के अलावा कई फायदे होते हैं।
कई लोग करेले को पकाने से पहले कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते है जिसकी वजह से इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। दरअसल करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए कई लोग करेले को छीलकर बनाते है तो कुछ लोग इसके काटकर नमक लगाकर छोड़ देते है।
ऐसा करने से करेले की कड़वाहट तो कम हो जाती है। हालांकि करेले का छिलका इंसुलिन जैसे यौगिक पॉलीपेप्टाइड पी से भरपूर होता है। यह हाइपो ग्लाइसेमिक यौगिक ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में हेल्प करता है। यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनो को मैनेज करने में हेल्प करता है। इसलिए करेले को छिलके के साथ पकाना फायदेमंद होता है।
इतना ही नहीं करेले का छिलका में एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो शरीर से एक्स्ट्रा जहरीले टॉक्सिन कणो को बाहर निकाल फेंकता है। छिलके में विटामिन सी औऱ ए जैसे पोषक तत्व भी पाये जाते है जो बालों की चमक बढ़ाते है।