नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले (FEMA Case) में पूछताछ के लिए हीरानंदानी समूह (Hiranandani Group) के प्रमोटर्स निरजंन हीरानंदानी और उनके बेटे दर्शन हीरानंदानी को 26 फरवरी को तलब किया है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
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उन्होंने कहा कि हीरानंदानी को मुंबई में ईडी (ED) के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। हालांकि, वह अपने किसी प्रतिनिधि के जरिए भी अपना जवाब देने का विकल्प चुन सकते हैं। दर्शन हीरानंदानी पिछले कई वर्षों से दुबई में रह रहे हैं।
एजेंसी ने पिछले हफ्ते विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (FEMA ) के प्रावधानों के तहत हीरानंदानी समूह के मुंबई और आसपास के चार परिसरों की तलाशी ली थी। बताया जा रहा है कि एजेंसी कुछ विदेशी लेनदेन के अलावा ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड्स (BVI ) स्थित एक ट्रस्ट के लाभार्थियों की भी जांच कर रही है।
जांच में ईडी का सहयोग करेंगे: हीरानंदानी समूह
हीरानंदानी समूह (Hiranandani Group) ने कहा कि वह फेमा की तहत जांच में ईडी का सहयोग करेगा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ईडी की जांच तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ की जा रही फेमा की एक और जांच से जुड़ा नहीं है। मोइत्रा को पिछले साल दिसंबर में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
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निशिकांत दुबे ने लगायाथा मोइत्रा पर यह आरोप
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर लोकसभा में सवाल पूछे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उपहारों के बदले सवाल से मोइत्रा अदाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बना रहीं थीं। भाजपा सांसद ने मोइत्रा पर पैसे के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगाया था।
मोइत्रा ने आरोपों को खारिज किया
हालांकि, मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनका किया और दावा किया कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने अदाणी समूह के सौदों पर सवाल उठाए थे।