Uttarakhand Forest Fire : उत्तराखंड (Uttarakhand) के अलग-अलग जगहों पर जंगल में लगी आग के विकराल रूप धारण कर लिया है। जिसकी चपेट में अब नैनीताल (Nainital) के रिहाइशी इलाके आ गए हैं। यहां पर शुक्रवार को हाईकोर्ट कॉलोनी (High Court Colony) के पास तक उसकी लपटें पहुंच गयीं। पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर जंगलों में आग लगने की 31 नई घटनाएं सामने आयीं जिनमें 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ।
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जानकारी के मुताबिक, नैनीताल (Nainital) के पास नैनीताल भवाली रोड पर पाइंस के जंगलों में भीषण आग (Massive Forest Fire) लग गई, जिसमें जंगल का एक बड़ा हिस्सा और आईटीआई भवन चपेट में आ गया। नैनीताल में लड़ियाकांटा क्षेत्र के जंगल में भी आग लगी हुई है। आग के कारण नैनीताल से भवाली जाने वाली सड़क पर धुआं छाया हुआ है। वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। वहीं, जगलों में लगी भीषण आग के बढ़ते कहर के बीच राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने अधिकारियों को अलर्ट रहने और सभी विभागों के साथ समन्वय कर उसकी रोकथाम के उपाय करने को कहा है।
वन विभाग की ओर से जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, उत्तराखंड (Uttarakhand) में पिछले 24 घंटे में वन में आग लगने की 26 घटनाएं कुमाउं क्षेत्र में, जबकि पांच घटनाएं गढ़वाल क्षेत्र में हुईं जिनमें 33.34 हैक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ। इन घटनाओं में 39,440 रुपये की आर्थिक क्षति होने का आकलन किया गया है। पिछले साल एक नवंबर से अब तक उत्तराखंड में वन में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आयी हैं जिनमें 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ और 14,41,771 रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ।
दूसरी तरफ, रूद्रप्रयाग (Rudraprayag) के जखोली में दो अलग-अलग वन क्षेत्रों में कथित तौर पर आग लगाते हुए तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। रूद्रप्रयाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि जखोली के तड़ियाल गांव के भेड़पालक नरेश भट्ट को जंगल में आग लगाते हुए से मौके से पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बकरियों को चराने के लिए नयी घास उगाने हेतु उसने जंगल में आग लगायी थी।